सुनामी क्या है? (जाने 7 बेहतरीन उपाय सुनामी से बचने के लिए)

आपको हमेशा यह सुनने को जरूर मिलता होगा कि सुनामी जब आती है तो बहुत तबाही मचाती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ये सुनामी क्या है (What is tsunami in hindi) और इसकी उत्पत्ति कैसे होती है?

जब भूकंप आता है तो जमीन हिलती है और यह भूकंप जब समुंदर के अंदर धरातल पर होता है तो इसे सुनामी कहा जाता है। सरल भाषा में कहें तो समुंदर के नीचे जो जमीन होती है वहां पर जो भूकंप उत्पन्न होता है वही सुनामी कहलाता है। इस तूफान को जापान में सुनामी के नाम से जाना जाता है।

भारत ने भी इस सुनामी को बहुत करीब से देखा है। दक्षिण भारत के तटीय हिस्सों में काफी तबाही भी हुई थी। तब से इस प्राकृतिक आपदा के बारे में लोग काफी चर्चा करते हैं और इसीलिए आज हम इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे कि सुनामी किसे कहते हैं, इसके कारण क्या है यानी यह कैसे आती है और सुनामी से क्या आशय है?

जब से या धरती बनी है तभी से कई प्राकृतिक आपदाएं प्राकृतिक रूप से धरती को प्रभावित करते हैं। लेकिन इन आपदाओं से बचना इंसानों के लिए जरूरी है ताकि वह अपनी जिंदगी को सुरक्षित रूप से जीत सकें। इस पोस्ट के माध्यम से विस्तार से जानने की सुनामी क्या होता है और इससे बचने के उपाय क्या है?

सुनामी क्या है – What is Tsunami in Hindi?

समुद्र में पैदा होने वाले विशाल लहरों की एक श्रंखला जो पानी के अचानक विस्थापन के कारण होती उत्पन्न होती है उसे ही सुनामी कहते हैं। Tsunami एक जापानी शब्द है जो दो शब्दों से मिलकर बना हैं Tsu और Nami।

Tsunami शब्द का मतलब इस प्रकार है Tsu – बंदरगाह, nami – लहर। इस पुरे शब्द का मतलब कहें तो बंदरगाह पर उठने वाली ऊँची लहरें होती हैं। हम सब भूकंप के बारे में तो जानते ही हैं लेकिन आपको बता दूँ की जो भूकंप समुन्द्र के अंदर से उठता है तो इसकी वजह से समुद्र की लहरें काफी ऊँची हो जाती है और ये बहुत तेज़ गति से तटों पर पहुँचती है, इसे ही सुनामी कहा जाता है।

अधिकतर समय सुनामी आती है वो समंदर के अंदर आने वाले भूकंप की वजह से ही आती है। इसके अलावा भी उल्कापिंड और ज्वालामुखी विस्फोट जैसी घटनाओं के कारण भी सुनामी आती है। सुनामी ऊर्जा तरंगे होती हैं जो बहुत ही ताक़तवर होती है और बहुत ही तेज़ गति से अपने शुरुआत के जगह से निकलती है।

आप इसका असर खुद ही प्रयोग कर के देख सकते हैं। किसी तालाब में जब आप एक पत्थर के टुकड़े को फेंकते हैं तो देखेंगे की छोटी छोटी लहरें किनारे तक तेज़ गति से पहुँचती है। समुद्र के नीचे गहरी सतह में जब भूकंप उत्पन्न होता है तो ये सतह तक मुश्किल से एक तरंग उत्पन्न कर पाती है लेकिन जैसे जैसे ये किनारे के करीब पहुँचती जाती है वैसे वैसे इसकी ताक़त बढ़ती जाती है। क्यूंकि इसकी ऊर्जा जो है वो जमा होती जाती है और बढ़ती चली जाती है जिसका रिजल्ट होता है भयंकर और विनाशकारी लहरें।

सुनामी की परिभाषा

Definition of tsunami in English:

Tsunami is defined as the seismic sea and series of waves which is produced due to displacement of water because of earthquake inside sea.

Tsunami waves initially are not of so much of height but as it travels near to the ports its height increases and becomes dangerous waves which is very powerful.

Definition of tsunami in Hindi :

सुनामी समुन्द्र पर उत्पन्न होने वाली क्रमबद्ध लहरों की एक श्रंखला है जो समंदर के तल पर पैदा होने वाले भूकंप की वजह से होने वाले पानी के विस्थापन की वजह से होती है।

जब सुनामी उत्पन्न होती है उस वक़्त इसकी ऊंचाई अधिक नहीं होती है लेकिन जैसे जैसे ये तट के नज़दीक पहुँचती है वैसे वैसे इसकी ऊंचाई तेज़ी से बढ़ती है और जो विशाल लहरों के रूप में परिवर्तित हो जाती है और भयंकर रूप लेती है।

सुनामी की उत्पत्ति कैसे होती है?

Tsunami आने की सबसे मुख्य वजह समुद्र के तल पर उत्पन्न होने वाला भूकंप होता है।

इसके अलावा भी कुछ अन्य घटनाओं के कारण सुनामी उत्पन्न होती है जैसे ज़मीन का खिसकना, ज्वालामुखी विस्फोट इत्यादि।

  • चाँद या हवा से उत्पन्न नहीं होता, गुरुत्वाकर्षण की वजह से।
  • भूकंप से ऊर्जा समुद्र में, तरंगों का उत्पन्न होना।
  • कुछ भूकंप सुनामी सभी दिशाओं में फैलते हैं।
  • कुछ भूकंप एक दिशा में तीव्रता से फैलते हैं।
  • भूकंप का प्रभाव समुद्र तल पर निर्भर करता है।
  • सुनामी की तीव्रता और आकार समुद्र के किनारे कितनी दूर है, पर निर्भर करता है।
  • तीव्र भूकंप के किनारे, सुनामी तटीय क्षेत्रों में त्वरित पहुंच सकता है।
  • जल से भूमि में जाने पर, समुद्र तल और जमीन की विशेषता की वजह से आकार बदल सकता है।
  • छोटी लहर टकराने पर, ताकत भयंकर बढ़ जाती है।

सुनामी के कारण

समुद्री धरातल पर भूकंप का उत्पन्न होना:

  • इस प्राकृतिक आपदा का तो मुख्य एक ही कारण होता है भूकंप की स्थिति।
  • जब समुंद्र की धरातल पर पैदा होती है तो इसका प्रभाव उत्पन्न होता है।

भूकंप की अधिक तीव्रता होना:

  • अगर भूकंप का प्रभाव बहुत कम है तो यह सिर्फ केंद्र के आसपास तक ही सीमित रहती है।
  • यह अधिक दूर तक अपनी प्रभाव नहीं डाल सकती।
  • एक सुनामी उत्पन्न करने के लिए भूकंप की तीव्रता का भी अधिक होना जरूरी है।
  • तीव्र भूकंप की वजह से यह प्राकृतिक आपदा उत्पन्न होती है।

ज्वालामुखी विस्फोट:

  • कई विशाल ज्वालामुखी समुद्र के अंदर भी होती हैं।
  • जमीन में विस्फोट होता है तो यह एक भूकंप की स्थिति पैदा करती है।
  • यह भी सुनामी का कारण बन जाती है।

भूस्खलन:

  • कई बार जमीन अपने जगह से फिसल जाती है।
  • इसकी वजह से भी सुनामी की लहरें उत्पन्न होती हैं।

भारत में सुनामी कब आयी थी?

26 दिसंबर 2004 को प्रकृति ने दिखा दिया की ये कितनी शक्ति शाली होती है जब सुनामी के रूप में बहुत ही विनाशकारी प्राकृतिक आपदा इंसानो ने झेली।

  • भारत के अलावा कई देशों में उत्पात मचा, भरपाई लंबा समय लगा।
  • आज भी कई देश इस आपदा से उबर नहीं सके हैं।
  • 26 दिसंबर को तबाही का दिन, दुनिया भर में नुक्सान हुआ।
  • हिन्द महासागर में भूकंप, तीव्रता 9.15 आंकों पर।
  • सुनामी ने भयंकर मंजर दिखाया, दुनियाभर में हाहाकार।
  • भारत, इंडोनेशिया, श्रीलंका, मलेशिया, थाईलैंड में 2 लाख+ जानों को खोया।
  • आने वाली सुनामी की चेतावनी थी, अलाक्तिक तबाही अचानक हुई।
  • भारी जानों माल का नुक्सान, विश्वास टूटा, दुख छोड़ा।
  • भागने की कोशिश, जान बचाने का प्रयास, असफल रहा।
  • भारत में तबाही मची, इंडोनेशिया और श्रीलंका सबसे शिकार।
  • 13 देशों पर प्रभाव, 4 लाख+ घरों की तबाही, 13.6 अरब डॉलर नुक्सान।

सुनामी से बचने के उपाय

तटीय क्षेत्रों में रहने वाले प्रत्येक इंसान को इसके बारे में होने वाले नुक्सान की जानकारी होनी जरुरी है और इसके प्रति सचेत रहना चाहिए।

अमेरिका के National Oceanic and atmospheric Administration (NOAA) के National weather service द्वारा जारी alerts को प्राप्त कर सचेत रहना चाहिए।

तो चलिए जान लेते हैं की जब आप ऐसे एरिया में हैं जहाँ पर सुनामी आने वाली है तो इससे कैसे बचे और खुद के साथ साथ अपने परिवार, घर और जानवरों की रक्षा कैसे करें।

1. सुनामी के बारे में जानकारी हासिल करें 

  • अपने परिवार के लोगों और दोस्तों के साथ सुनामी के बारे में बातचीत करें।
  • जिससे इसकी जागरूकता हर इंसान को पहुँच सके।
  • जिन्हे इसके बारे में अच्छी जानकारी है उससे हर तथ्य हासिल करे।
  • अगर आप आपस में नहीं बात करेंगे तो कुछ ऐसे लोग घर में होंगे जिन्हे पता नहीं होगा की ये प्राकृतिक आपदा है।
  • सरल भाषा में इसकी व्याख्या दें ताकि बच्चे में इसके बारे में जान सके।

2. खतरे वाले क्षेत्र की पहचान करें  

  • सुनामी क्षेत्र की जानकारी प्राप्त करें और आपके आस-पास के स्थानों को चेक करें।
  • समुद्र तट से अपने घर और सड़क की दूरी जांचें।
  • रोजमर्रा सफर के लिए समुंदर की सतह से ऊंचाई जानें।
  • आपदा के समय अपनी सुरक्षा के लिए तैयार रहें।

3. आपदा के समय दी जाने वाली सेवाओं के बारे में जानकारी रखें

  • अगर आपके घर का कोई बच्चा स्कूल में पढाई करता है तो उसके स्कूल का एरिया सुनामी जोन में आता है या नहीं।
  • इसके साथ ही आपातकालीन दी जाने वाली सेवा और निकासी योजना के बारे में भी जानकरी रखें।
  • आपको बच्चे एक स्थान से दूसरे स्थान में ले जाने की जरुरत पड़ने पर आपके लिए आसानी होगी।

4. सुचना प्राप्त करते रहें

  • NOAA weather सुचना रेडियो और टीवी के माध्यम से जानने की कोशिश करते रहें।
  • वहां से प्राप्त सावधानी और अलर्ट के आधार पर निर्णय लें और बचाव के लिए इंतज़ाम करें।

5. जगह खाली करने का अभ्यास करें 

  • निष्कासन के समय ज्यादा दिक्कत का सामना ना करना पड़े इसके लिए इसकी प्रैक्टिस करते रहें।
  • इससे बच्चे के विस्थापन के समय जल्द से जल्द बच्चों और बूढ़ों को सुरक्षित स्थान पर ले जा सकते हैं।

6. आफ्टरशॉक की उम्मीद रखें 

  • जब बड़े भूकंप आते हैं तो ये सुनामी के ट्रिगर के रूप में काम करते हैं।
  • जब भी भूकंप रुके तो आप अपने परिवार के लोगों को समुद्र तट से दूर ऊंची जगह ले जाने की कोशिश करें।

7. जगह खाली करने में देरी न करें 

  • प्राकृतिक विपदाओं के वक़्त खुद की बुद्धि इस्तेमाल करने की बजाय सिर्फ सरकार पर निर्भर रहते हैं जिससे ऐसी स्थिति में नुक्सान झेलते हैं।
  • अगर ऐसे समय में खुद के दिमाग का इस्तेमाल करें तो इससे खतरे से बचा जा सकता है।
  • एक सुनामी मिनटों में तट तक पहुँच सकता है।
  • इसीलिए उस वक़्त खुद निर्णय लें और विवेक से काम लेकर इससे बचने के लिए जगह को खुद ही खाली करने का फैसला लें और किसी पर भी निर्भर न रहें।

8. सुनामी का कारण भूकंप है

  • जब एक भूकंप शुरू होता है तो ये 20 सेकंड या उससे अधिक समय तक रहता है।
  • ऐसे समय में आपको होल्ड और कवर करने के लिए उपाय तलाशने होंगे।
  • ज़मीन पर लेटकर, मेज़ या लकड़ी से बने डेस्क के नीचे जाकर भूकंप के झटके से बचने कोशिश करें।

निष्कर्ष

सुनामी एक ऐसी प्राकृतिक विपदा है जिसकी कल्पना करने से भी इंसान के दिमाग में खौफ बैठ जाता है। लेकिन डरने से अच्छा है की आप ये जान लें की सुनामी क्या है (What is Tsunami in Hindi) और इससे बचने का उपाय क्या है और सुनामी से क्या आशय है। इस तरह की स्थिति में सुचना और अलर्ट पर ध्यान देकर ही समय रहते अपनी सुरक्षा की जा सकती है।

सुनामी कैसे आती है और इसके प्रमुख कारण क्या है इसके बारे में हमने यहाँ सम्पूर्ण जानकारी दी है जिससे आप खुद के साथ साथ दूसरे लोगों को भी मदद कर सकते हैं और अपने परिवार के लोगों को बचा सकते हैं। अब आप समझ ही गए होंगे की सुनामी आपदा क्या होती है और इसकी उत्पत्ति कैसे होती है कैसी लगी?

हमे कमेंट के माध्यम से अपनी राय जरूर दें जिससे की हम जान जाएँ की आप Tsunami in Hindi बेहतर तरीके से समझ चुके हैं। अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम में जरूर शेयर करें।

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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