इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कैसे बने?

अगर आप नहीं जानते की इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कैसे बने तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें क्यों यहाँ हम इसी से जुडी जानकारी देनेवाले हैं.

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर का नाम आपने आवश्यक सुना होगा. इस प्रकार के इंजीनियरिंग को इंजीनियर की शाखा से 19वीं शताब्दी के अंत में जोड़ा गया. जब इलेक्ट्रिक उपकरणों की खोज हुई और उनका आविष्कार टेक्नोलॉजी के कारण तेजी से बढ़ने लगा. तब इस प्रकार के इंजीनियर की आवश्यकता पड़ने लगी. यह एक प्रकार का इंजीनियर है. जो इलेक्ट्रिसिटी और टेक्नोलॉजी के बारे में काम करता है. इस प्रकार के इंजीनियरिंग मुख्य तौर पर इंजीनियरिंग की एक शाखा है. देश में आज इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने का प्रचलन बढ़ता जा रहा है.

जो इलेक्ट्रिकल इंजीनियर होता है. वह इलेक्ट्रिसिटी के कई प्रकार के सिस्टम और इलेक्ट्रिकल डिवाइस के बारे में अध्ययन करता है. इलेक्ट्रिसिटी के अंतर्गत कई प्रकार के उपकरण होते हैं जो छोटे व बड़े हो सकते हैं. आसान शब्दों में बात की जाए तो इस प्रकार के इंजीनियर इलेक्ट्रिसिटी से संबंधित उपकरणों को ठीक करने बनाने इत्यादि का कार्य करता है. आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे कि आखिर यह क्या है और इस प्रकार का इंजीनियर कैसे बने इसके बारे में बात करें.

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर क्या है?

इलेक्ट्रिसिटी उपकरणों को ठीक करने या नए इलेक्ट्रिसिटी उपकरणों के आविष्कार करने वाले इंजीनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कहलाते हैं. इस प्रकार के इंजीनियर करने के लिए युवा अपनी रुचि बहुत अधिक दिखा रहे हैं. क्योंकि इस कोर्स को करने के बाद व्यक्ति के लिए कई सेक्टर जॉब देने के लिए तैयार रहते हैं.

इस कोर्स को करने वाले व्यक्तियों को आसानी से जॉब और रोजगार मिल जाता है. आज के समय जितने भी इलेक्ट्रिसिटी से संबंधित उपकरण उनके आविष्कार हुए हैं. यह सारे इलेक्ट्रिक उपकरण इन इंजीनियर के द्वारा संभव हुए हैं. इन इलेक्ट्रिसिटी के उपकरणों के लगातार आविष्कार की वजह से भारत का नाम भी दुनियाभर में लोकप्रिय हुआ है.

यह सारा काम इन इंजीनियर द्वारा ही संभव हो पाया है. उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो छोटे से छोटा उपकरण माइक्रोफोन इत्यादि से लेकर मोटर एसी इत्यादि, उपकरण इस इंजीनियर के द्वारा बनाए गए हैं. इलेक्ट्रिकल इंजीनियर सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक उपकरणों को बनाने तथा इनका आविष्कार करने का कार्य करता है. देश की टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने में इन इंजीनियर का बहुत ज्यादा सपोर्ट है.

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने का तरीका?

किसी भी तरह का इंजीनियर बनने के लिए हमें सबसे पहले उस क्षेत्र से संबंधित पढ़ाई करनी पड़ती है और उसी क्षेत्र में हमें कार्य करना पड़ता है. तभी हम उस क्षेत्र के इलेक्ट्रिसिटी क्षेत्र कह सकते हैं. इसी तरह अगर आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं.

तो पहले आपको इलेक्ट्रिकल शाखा से डिप्लोमा या डिग्री करनी पड़ेगी और इसके बाद मैं आपको इलेक्ट्रिकल से संबंधित किसी कंपनी में कार्य करना होगा तभी आप एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कहला पाएंगे.

साथ ही इस कोर्स को करने के लिए कुछ योग्यताओ को निर्धारित किया गया है जिनके बारे में नीचे हमने विस्तारित चर्चा की है.

अगर नीचे दी गयी योग्यताओं के अंतर्गत आप आते है तभी इस कोर्स को कर सकते है. तो चलिय एक – एक करके इसकी कुछ योग्यताओं के बारे में डिटेल में जानने की कोशिश करते है –

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने के लिए जरूरी योग्यता

इलेक्ट्रिसिटी विभाग में इंजीनियर के तौर पर कार्य करने वाला व्यक्ति इस प्रकार का इंजीनियर कहलाता है और इस तरह के इंजीनियर बनने के लिए कई प्रकार के शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता होती है.

इस प्रकार के इंजीनियर बनने के लिए दसवीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है. दसवीं कक्षा उड़ते करने के पश्चात व्यक्ति इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा कर सकता है. यह इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा 3 साल का होता है और यदि व्यक्ति B tech करना चाहता है. तो उसके लिए 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है.

शैक्षणिक योग्यता के तौर पर जरूरी दस्तावेज

अगर आप इस कोर्स को करने के लिए किसी इंस्टीट्यूट कॉलेज में दाखिला लेने जाते है तो आपके पास नीचे दिए गए कुछ जरूरी शैक्षिक दस्तावेज होना अनिवार्य है जो कि इस प्रकार है –

  • दसवीं की मार्कशीट (डिप्लोमा के लिए)
  • 12वीं की मार्कशीट (बीटेक और इलेक्ट्रिसिटी इंजीनियरिंग के लिए)
  • दसवीं कक्षा में 60% अंक
  • बारहवीं कक्षा 60% अंक के साथ साइंस विषय से पास

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने का प्रोसेस

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने का सपना हर कोई व्यक्ति देखता है. इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना काफी आसान भी है. इस तरह के इंजीनियर बनने के पश्चात व्यक्ति को कई सरकारी विभाग में काम मिलने के चांस अधिक होते हैं.

क्योकि आज सभी जानते है कि एक टेक्नोलॉजी दुनिया है जहां हर दिन नए -नए इलेट्रिकल उपकरण बनाये जा रहे है. जिनमे अक्सर कुछ न कुछ तकनीकी खराबियां आती रहती है और इन्हें ठीक करने के लिए इलेट्रिकल इंजीनियर की आवश्कयता होती है क्योकि उसे ही इनके बारे में उचित नॉलेज होती है.

इसलिय हम कहे सकते है कि अगर आप इस कोर्स को करते है तो आपके सामने ऐसे कई क्षेत्र है जहां आप अपना कैरियर बना सकते है. अगर आप इस कोर्स को करने के बारे में सोच रहे है तो आपके पास यह अच्छा मौका है आप इस कोर्स के लिए किसी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में दाखिला ले सकते है.

बाकी आपके सामने इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने के लिए दो रास्ते किसी भी विद्यार्थी के पास उपलब्ध होते हैं. जिनके बारे मे नीचे हमने बताया है. अधिक जानकारी के लिए लेख को पूरा पढ़े –

दसवीं कक्षा पास करने के बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कैसे बने?

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने का सबसे पहला ऑप्शन आपको दूसरी कक्षा पास करने के पश्चात उपलब्ध हो जाता है. दसवीं कक्षा पास करने के पश्चात आपको 3 साल का डिप्लोमा जो इलेक्ट्रिसिटी के अंतर्गत कराया जाता है,वह लेना होगा. मतलब यह है,कि आपको किसी भी यूनिवर्सिटी में 3 साल का इलेक्ट्रिसिटी लेना होगा.

उसके पश्चात 3 साल की इलेक्ट्रिसिटी डिग्री लेनी होगी. दसवीं कक्षा पास करने के पश्चात व्यक्ति जब 3 साल का डिप्लोमा कर लेता है. उसके पश्चात बैचलर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी की डिग्री लेनी होगी. बैचलर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी के अलावा बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री लेने वाला व्यक्ति भी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बन सकता है.

12वीं कक्षा पास करने के बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कैसे बने?

ज्यादातर व्यक्ति 12वीं कक्षा पास करने के पश्चात इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना पसंद करते हैं. क्योंकि बारहवीं कक्षा के बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना काफी आसान होता है. इसका सीधा सा देखा जाए, तो दसवीं कक्षा के पश्चात 3 साल का डिप्लोमा लेना होगा. उसके पश्चात 3 साल की डिग्री लेनी होती है. लेकिन यदि आप बारहवीं कक्षा के पश्चात इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं,तो बारहवीं कक्षा के पश्चात 4 साल की डिग्री लेकर आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में आसानी से कार्य कर सकते हैं.

बारहवीं कक्षा के पश्चात इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने के लिए विद्यार्थी को काफी आसानी होती है. बाहरी कक्षा के पश्चात व्यक्ति 4 साल की बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री ले सकता है. बारहवीं कक्षा के पश्चात इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने के लिए व्यक्ति बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी या बैचलर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी की डिग्री हासिल करता है. उसके पश्चात वह व्यक्ति इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के तौर पर किसी भी विभाग में कार्य कर सकता है.

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के लिए परीक्षा पैटर्न

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के परीक्षा पैटर्न की बात की जाए तो इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने के लिए सरकारी कॉलेज मिलना आवश्यक है. क्योंकि सरकारी कॉलेज के अंतर्गत इलेक्ट्रिकल इंजीनियर करने वाले व्यक्ति के पास इलेक्ट्रिकल इंजीनियर डिग्री की मान्यता अधिक होती है. इसीलिए हर कोई व्यक्ति सरकारी कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर करना चाहता है. इसके लिए कई प्रकार के प्री एग्जाम कराए जाते हैं. उनकी एग्जाम में पास होने के पश्चात आपको कॉलेज मिलता है. इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के लिए निम्नलिखित प्री एग्जाम होते हैं इनमें से कोई एग्जाम पास कर के आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियर का कॉलेज पा सकते हैं.

1.KIITEE
2.BCECE
3.IIT JEEBITSAT
4.VITEEE
5.SRMJEEE
6.MHTCET

ऊपर हमने कुछ इस कोर्स को करने के लिए कुछ परीक्षा पैटर्न के बारे में जाना जिन्हें पास करके आप इस कोर्स के लिए सरकारी कॉलेज में दाखिला ले सकते है. लेकिन अगर आप इन परीक्षाओं को पास नही कर पा रहे है तो इसमे आपको निराश होने की आवश्कयता नही है क्योकि अजेब भारत मे ऐसी कई यूनिवर्सिटी, कॉलेज मौजूद है जहां आप इस कोर्स के लिए दाखिला ले सकते है.

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की तैयारी कैसे करें

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने के लिए आपको इस जॉब को पाने के लिए पहले से तैयारी करनी होगी. जो व्यक्ति बारहवीं कक्षा के पश्चात इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना चाहता है. उस व्यक्ति के लिए 11वीं कक्षा से तैयारी प्रारंभ करना उचित होगा विद्यार्थी कक्षा से ही संबंधित लक्ष्य को निर्धारित करना होगा और सारी जानकारी इकट्ठा करनी होगी. इसके अलावा इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की प्री परीक्षा के लिए तैयारी करनी होगी.

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की प्री परीक्षा में पास होने के लिए कई प्रकार के क्रैश कोर्स या कोचिंग सेंटर ज्वाइन करके इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की तैयारी करें. जब इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के परीक्षा में पास हो जाते हैं. उसके पश्चात आपको कॉलेज मिल जाएगा. कॉलेज मिलने के पश्चात आपके द्वारा कॉलेज डिग्री के निश्चित सालों तक कॉलेज के भीतर तैयारी करके डिग्री हासिल करनी होगी. कॉलेज डिग्री हासिल करने के लिए आप कॉलेज में लगाई गई,क्लासों पर फोकस करके या अन्य कोचिंग सेंटर ज्वाइन करके इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की डिग्री ले सकते हैं.

यदि व्यक्ति इलेक्ट्रिकल इंजीनियर दसवीं कक्षा के बात करना चाहता है. तो उसके लिए उसे 3 साल का डिप्लोमा करना होगा और कॉलेज के अंदर 3 साल तक पढ़ाई करके यह डिप्लोमा हासिल करना होगा. उसके पश्चात 3 साल की इलेक्ट्रिकल डिग्री भी लेनी होगी.

भारत में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की सैलरी

भारत में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के पद पर कार्य करने वाले व्यक्ति की सैलरी उसके अनुभव के आधार पर निर्भर करते थे. इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की सैलेरी काफी अच्छी खासी होती है. क्योंकि यह व्यक्ति कई प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का आविष्कार करता है. इलेक्ट्रिकल इंजीनियर पद पर कार्य करने वाले व्यक्ति की सैलरी उसके अनुभव के आधार पर बढ़ती रहती है.

जैसे-जैसे करती विभाग में अधिक समय तक कार्य करता है. वैसे वैसे उस सैलरी में भी बढ़ोतरी होती है. इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के तौर पर कार्य करने वाले व्यक्ति की सैलरी की बात की जाए तो, 384000 – 426000 प्रतिवर्ष मिलती है. इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की सैलरी साल 2016 मैं सातवें वेतन आयोग के लागू होने के पश्चात निर्धारित हुई है. मतलब यूं कहें,तो इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की सैलरी अब तक की सबसे लेटेस्ट सैलरी पे स्केल लिस्ट पर आधारित है.

भारत में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के कार्य

भारत में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के तौर पर काम करने वाले व्यक्ति कई प्रकार के कार्यों को संपन्न करता है. जो नीचे निम्नलिखित रुप से दिए गए हैं.

  • भारत में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कई प्रकार के इलेक्ट्रिक उपकरण का आविष्कार करता है. इलेक्ट्रिकल उपकरण चाहे छोटे हो या बड़े उनका निर्माण इलेक्ट्रिकल इंजीनियर ही करता है.
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के तौर पर कार्य करने वाला व्यक्ति कई प्रकार के इलेक्ट्रिक उपकरण को एक भी करता है. इतना ही नहीं उन में दिखने वाली खराबी को ठीक कर के नए वर्जन में अपडेट करते वक्त उस कमी को दूर करता है.
  • भारत में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कई प्रकार के सरकारी दफ्तरों में इलेक्ट्रिक कार्य को संभालने में भी लगाए जाते हैं.
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को बिजली लाइनों से संबंधित कई प्रकार के कार्यों में भी लगाया जाता है.
  • इलेक्ट्रिसिटी विभाग में मुख्य तौर पर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर काम करते हैं.
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को कई प्रकार के कंप्यूटर टेक्नोलॉजी की खराबी को दूर करने इत्यादि कार्य भी दिए जाते हैं.

निष्कर्ष

आज दुनिया भर में दिन प्रतिदिन नए – नए इलेट्रिकल उपकरण बनाये जा रहे है अब ये तो हम सभी जानते है कि ये इलेट्रिकल उपकरण जो छोटे – छोटे डिवाइस से मिलकर बने होते है इसलिय अक्सर इनमें कुछ न कुछ तनकनीकी कमियां आती रहती है जिन्हें ठीक करने के लिए इलेट्रिकल इंजीनियर की आवश्यकता पड़ती है.

आज बढ़ते इलेट्रिकल उपकरणों के कारण ही आज इनकी विशेष जानकारी के लिए स्कूल, कॉलेज में छात्रों के लिए कोर्स, डिग्री कराई जाती है जिसमे इलेट्रिकल इंजीनियर सबसे अहम कोर्स होता है.

जिसके बारे में आज हमने अपने इस आर्टिकल के माध्यम से सम्पूर्ण जानकारी के बारे में जाना. आज हमने अपने इस आर्टिकल के माध्यम से इलेट्रिकल इंजीनियर क्या है, इसके लिए क्या योग्यता होती है, और इस कोर्स को कैसे करते है इसके बारे में विस्तार से जाना.

आशा करता हूँ कि आपको हमारे इस आर्टिकल में दी गयी जानकारी महत्वपूर्ण रही होगी. अगर आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करे.

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

1 thought on “इलेक्ट्रिकल इंजीनियर कैसे बने?”

Leave a Comment