इंडियन फारेस्ट सर्विस ऑफिसर कैसे बने?

आप भारतीय वन सेवा के बारे में सुनकर इस पोस्ट को पढ़ने आये हैं तो आपको यहां जानने को मिलेगा की इंडियन फारेस्ट सर्विस (IFS) ऑफिसर कैसे बने?

ये एक ऐसी नौकरी होती है जिसमे नौकरी करने वाले को देश के जंगलों की रक्षा करनी होती है.

भारतीय वन सेवा का गठन 1966 में किया गया था.

ये सेवा जंगल में रहने वाले सभी जीव जन्तुओ की भी रक्षा करनी होती है.

जैसा की आप जानते है कि हमारे देश में बहुत से जंगल है और उन जंगलों में बहुत से ऐसे जीव जंतु रहते है जो विलुप्त हो रहे है.

ऐसे सभी जीवो की रक्षा करने का काम एक IFS ऑफिसर को दिया जाता है जिससे उन जंगलों और जीव जन्तुओ की रक्षा हो सके.

और एक इस पद पर चयनित होने वाला व्यक्ति इस उद्देश्य के लिए बाध्य होता है की वो हर कीमत पर अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी जंगलों की रक्षा करे और इस पर्यावरण की रक्षा भी करे.

साथ ही जंगल के आस पास रहने वाले सभी नागरिकों को भी सरक्षण प्रदान करे.

आप सभी लोग जानते ही होगे कि हर दिन जंगल कटे जा रहे है और जिससे पर्यावरण को बहुत नुकसान हो रहा है और साथ ही जंगल में रहने वाले जीवो को भी बहुत नुकसान हो रहा है और इससे कई जानवर विलुप्त हो रहे है.

इसी समस्या को देखते हुए हर साल सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है जिससे सभी वन्य जीवों और जंगलों की रक्षा की जा सके.

इंडियन फारेस्ट सर्विस क्या होता है?

IFS का एग्जाम UPSC द्वारा कराये जाने वाले सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन को के द्वारा आयोजित किया जाता है.

इस परीक्षा में जो पास होता है उसी को इस पद के लिए के लिए चयनित किया जाता है.

ये पोस्ट एक आईपीएस की तरह ही होती है और इसकी रैंक भी एक आईपीएस ऑफिसर के बराबर होती है.

अब क्योकि यह एग्जाम आईपीएस (IPS) लेवल एग्जाम की तरह होता है जिसका एग्जाम काफी हार्ड होता है इसे पास करने के लिए आपके पास उसकी उचित जानकारी जैसे सिलेबस, परीक्षा पैटर्न, आदि जे बारे में पता होना बहुत जरूरी होता है.

अगर इसके बारे इस तरह की जानकारी मिल जाती है तो पेपर को पास करना काफी हद तक आसान हो जाता है.

अब अगर आप इसकी तैयारी कर रहे है तो हमारी नीचे दी गयी कुछ स्टेप्स आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होने वाली है इसलिये लेख को ध्यानपूर्वक अंत तक ज़रूर पढ़ लें.

इंडियन फारेस्ट सर्विस (IFS) ऑफिसर कैसे बने?

अगर आप भी एक IFS ऑफ़िसर बनना चाहते है तो सबसे पहले आपको ये जान लेना बहुत ज़रुरी है कि इस पोस्ट के लिए एग्जाम संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) करता है.

जिसका मतलब ये हुआ कि अगर आप इस एग्जाम में पास होना चाहते है तो आपको बहुत मेहनत करनी पड़ेगी.

इसके बाद ही आप इसका एग्जाम पास कर पायेगे.

अगर आप इस के एग्जाम की सभी जानकारी और इसके परीक्षा के पैटर्न और सिलेबस की जानकारी लेना चाहते है.

तो इस आर्टिकल में आपको इसके एग्जाम से सम्बंधित सभी जानकारी दी गई है.

जैसे की आप इसकी की तैयारी कैसे करे?

इसके पेपर का सिलेबस क्या है?

इसमें कौन कौन से विषय से प्रश्न पूछे जाते है?

और कितनी परीक्षाये होती है?

इत्यादि

इसमें आपको आपके एग्जाम और सिलेक्शन से सम्बन्धी सभी जानकारी मिल जाएगी.

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IFS एग्जाम की तैयारी कैसे करे?

जैसा की आप सभी जानते है कि आज कल देश में बेरोजगारी बढती जा रही है और नौकरियां कम होती जा रही है जिससे किसी भी नौकरी के लिए भी प्रतियोगिता बढती जा रही है.

इसलिए अगर आप किसी भी एग्जाम की तैयारी कर रहे है तो आपको इसमें मेहनत करनी होगी और आपको अपने एग्जाम का सिलेबस और पुराने एग्जाम में आये हुए पेपर को पढना होगा. ताकि आप समझ सके की परीक्षा में पेपर कैसा आता है.

इसके अलावा आपको एक अच्छे मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है.

अगर आप में ये सभी चीज़े है फिर आप किसी भी क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते है.

फिर चाहे वह कोई बिज़नेस प्लान हो या फिर किसी एग्जाम की तैयारी, आप उसमे जरुर सफल होगे.

इस नौकरी को पाने और यह ऑफिसर बनने के लिए आपको UPSC की परीक्षा को पास करना होगा और ये एक ऐसी परीक्षा है जिसमे आपको बहुत मेहनत करनी होती है.

इसी बात को ध्यान में रखकर आज का ये आर्टिकल उन स्टूडेंट के लिए है जो इसके एग्जाम की तैयारी कर रहे है और एक IFS बनकर अपने देश के जंगल और उसमे रहने वाले सभी जीव जन्तुओ की रक्षा करना चाहते है.

इंडियन फारेस्ट सर्विस की परीक्षा दो चरणों में होती है?

सभीं स्टूडेंट जानते है कि किसी भी कॉम्पटीशन एग्जाम को पास करने के लिए विभिन्न एग्जाम को पास करना होता है तब जाकर नौकरी मिल पाती है ऐसे ही इस पद को पाने के लिए स्टूडेंट को मुख्य 3 चरण के एग्जाम को पास करना होता है.

प्रारंभिक परीक्षा

IFS का एग्जाम का पहला पेपर प्री एग्जाम (प्रारंभिक परीक्षा) के नाम से होता है.

इस प्रारंभिक परीक्षा के एक दिन में 2 पेपर होते है दोनों पेपर में ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न आते है दोनों पेपर का पूर्णाक 200 -200 नंबर का होता है और 2-2 घंटे का टाइम दिया जाता है.

ये एग्जाम आपकी क्वालिफिकेशन को जांचने के लिए कराया जाता है.

ये परीक्षा स्टूडेंट्स की संख्या को कम करने और उनको फ़िल्टर करने के लिए आयोजित की जाती है ताकि सिर्फ ऐसे स्टूडेंट्स मेन एग्जाम में आ सके जो क्वालिफिकेशन में और नॉलेज में अच्छे हो.

इस परीक्षा में प्राप्त अंको की कटऑफ मैरिट लगाईं जाती है.

जिस मैरिट से अगली परीक्षा के उम्मीदवारों का चयन किया जाता है। इस एग्जाम में मिलने वाले नंबर आपकी फाइनल मेरिट में नही जोड़े जाते है.

ये मेरिट सिर्फ दुसरे चरण के लिए स्टूडेंट्स को शोर्ट करने के लिए ही होती है.

प्रारंभिक परीक्षा के पहले पेपर का सिलेबस

  • Current affairs of national and international importance
  • General Science
  • General Issues in Environmental Ecology
  • Bio-Diversity, climate Change
  • Indian and world Geography (Physical, Social, Economic & Geography of the world।
  • Indian & World History
  • Economic, Social Development, Political System
  • History of India and Indian National Movement
  • Issues on Environmental Ecology

प्रारंभिक परीक्षा के दूसरे पेपर का सिलेबस

  • logical reasoning
  • Comprehension
  • General Mental ability
  • Analytical ability
  • Problem Solving, Decision Making ability
  • Interpersonal Skills
  • Communication Skill
  • Comprehension
  • Data Interpretation

मुख्य एग्जाम

इस पेपर का पूर्णाक कुल 1700 नंबर का होता है.

जिसमे से 1400 नंबर आपको लिखित एग्जाम में और बाकि के 300 नंबर आपको पर्सनालिटी टेस्ट के दिए जाते है.

इस एग्जाम में candidate के कुल 6 पेपर कराये जाते है.

अगर आप इन पेपर्स में पास होना चाहते है तो आपको इस पेपर के बारे में सभी बाते पता होनी चाहिए.

इसका पहला पेपर जनरल इंग्लिश का होता है ये पेपर का पूर्णाक 300 नंबर का होता है और इसमें गेनरल इंग्लिश के प्रश्न आते है.

आईएफएस का दूसरा पेपर जनरल नॉलेज का होता है इसमें समान्य ज्ञान के प्रश्न आते है और इस पेपर का पूर्णाक 300 नंबर का पेपर होता है.

इस का तीसरा पेपर एक ऑप्शनल विषय का होता है और इस पेपर में कुल 8 प्रश्न होते है और और एक पेपर में 2 भागो में डिवाइड होता है.

पहले पार्ट का नाम “Part A” और दुसरे पार्ट का नाम “Part B” होता है और दोनों पार्ट में 4-4 प्रश्न होते है इस पेपर का पूर्णाक 200 नंबर का होता है.

इस विषय को आप दी गई लिस्ट में से अपनी मर्ज़ी से सेलेक्ट्ब कर सकते है.

इसका  चौथा पेपर भी एक ऑप्शनल विषय का होता है इसमें भी आपको अपनी मर्ज़ी से चुने हुए विषय का पेपर देना होता है और विषय भी आप दी गई लिस्ट में से चुन सकते है।

इस विषय का पूर्णाक भी 200 नंबर का होता है.

इसके अलावा पांचवा पेपर और सबसे आखिरी पेपर भी एक ऑप्शनल विषय का होता है और इन पेपर्स का पूर्णाक भी 200 नंबर का होता है.

इस पेपर में कुल 8 प्रश्न होते है और और एक पेपर में 2 भागो में डिवाइड होता है और पहले पार्ट का नाम “Part A” और दुसरे पार्ट का नाम “Part B” होता है और दोनों पार्ट में 4-4 प्रश्न होते है.

अगर आप ऑप्शनल विषय की लिस्ट जानना चाहते है तो इस्लिस्ट के सभी विषय नीचे दिए जा रहे है

  • Agriculture
  • Agriculture Engineering
  • Geology
  • Chemical engineering
  • Forestry
  • Civil engineering
  • Zoology
  • Statistics
  • Physics
  • Chemistry
  • Botany
  • Mathematics
  • Mechanical engineering

साक्षात्कार

इस एग्जाम का नहीं बल्कि सभी कम्पटीशन एग्जाम के लिए इंटरव्यू सबसे महत्वपूर्ण होता है.

यहाँ भी आपको एग्जाम को पास करने के बाद इंटरव्यू देना होगा जिसमे आपसे दुनिया भर तमाम प्रश्नो के बारे में पूछा जाता है.

अगर आप इस एग्जाम को पास करने में सफल होते है तभी आपको इस पद के लिए चयनित किया जाता है.

वेतन

इस पद पर चयनित वाले व्यक्ति को सरकार की तरफ से लगभग 40000 से 600000 तक का वेतन प्रतिमाह दिया जाता है.

इसके साथ ही सरकार के द्वारा कई सुविधाएं मुफ्त में प्रदान की जाती है.

निष्कर्ष

ऑफिसर बनना किसी भी स्टूडेंट के लिए एक सपने जैसा होता है क्योंकि ऑफिसर एक ऐसा पद होता है जिसमे काफी रेपुटेशन तो होता ही है साथ ही इसमे सैलरी काफी मिलती है.

लेकिन अब जैसा कि हर स्टूडेंट आज सरकारी नौकरी की होड़ में है जिसके लिए वह काफी मेहनत करते हैं तो ऐसे में इस कंडीसन में एग्जाम को पास करना काफी मुश्किल हो जाता है.

वही इंडियन फारेस्ट सर्विस ऑफिसर जो किसी भी जिले का काफी बड़ा पद होता है.

जिसके बारे में हमने आपको विस्तार से जानकारी शेयर की है जो कि उन सभी स्टूडेंट के लिए बहुत हेल्पफुल है जो इस पद पर जाना चाहते है और उसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे है

मुझे आशा है कि आज के हमारे इस आर्टिकल के द्वारा आप समझ गए होंगे की इंडियन फारेस्ट सर्विस (IFS) ऑफ़िसर कैसे बने?

उम्मीद है की दी गयी जानकारी आपके लिए उपयोग साबित हुई होगी.

फिर अगर आपको इस लेख में कुछ समझ नही आया हो या फिर इससे जुड़ी अन्य किसी जानकारी के बारे में जानना है तो आप हमें नीचें दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते है.

हमारी टीम जल्द आपके साथ जुड़कर आपकी पूरी सहायता करेगी.

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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