Success Story: प्रेरणादाय है हेमलता देवी की कहानी!

आज के अपने इस अनुच्छेद में हम आप लोगों के लिए दो जानकारियां लेकर आए हैं। पहली जानकारी हेमलता देवी के बारे में है जिन की कहानी काफी प्रेरणा दायक है और दूसरी जानकारी यह कि सिर्फ फसल हीं नहीं अब आप फूल उगा कर भी अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं और बन सकते हैं लखपति।

हेमलता देवी की कहानी

इस कहानी को सभी लोगों को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। जिन्होंने भी अपने मन में आए सपने को पूरा नहीं किया बस इसीलिए की लोग क्या कहेंगे और क्या सोचेंगे। 

समाज के लोगों की डर की वजह से ना जाने अपने कितने सपने मन में ही दबा लिए। 

जब भी समाज में किसी ने अलग हटकर कुछ करने की सोची है, तब तब लोगों ने उसका मजाक उड़ाया, उसे ताने मारे और हर मुमकिन कोशिश की उसे नाकामयाब करने की। 

आज हम एक ऐसी ही महिला के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिनकी सफलता देखकर अब वे लोग भी प्रशंसा करते नहीं थक रहे जिन्होंने शुरुआत में उनका मजाक उड़ाया और उन्हें ताने मारे। 

आज हम बात करने जा रहे हैं हेमलता देवी की जो कल्याणपुर के समस्तीपुर की रहने वाली हैं। 

आज अपनी जमीन में सिर्फ गेंदे के फूल की खेती करके इतना ज्यादा कमा रहीं हैं जितना कि बड़े कारोबारी भी नहीं कमा सकते हैं।

आज अपने अनुच्छेद में हम जानेंगे कि किस प्रकार उन्होंने दूसरों के उपहास, निंदा और ताने सुनने के बावजूद कभी भी अपने आप को कम नहीं समझा। 

अपनी काबिलियत पर कभी शक नहीं किया बिना लोगों की परवाह किए अपना काम करती चली गई और आज सफलता उनके कदम चूम रही है। जो लोग निंदा करते थे, अब वे  प्रशंसा कर रहे हैं। 

हेमलता देवी जोकि कल्याणपुर की निवासी हैं। एक साधारण गृहणी हैं। अपने घर के काम के साथ-साथ वे अपने 22 कट्ठे की जमीन में खेती का भी काम देखती हैं। 

वह अपने 22 कट्टे की जमीन में गेंदे के फूलों की खेती करती हैं और यह पूरा का पूरा काम वह आत्मनिर्भर होकर खुद करती हैं। 

वह बताती हैं कि जब उन्होंने यह काम शुरू किया था तब लोगों ने उनका काफी मजाक उड़ाया था और कहा था कि एक औरत होकर वह कैसे खेती का काम संभाल सकती है लेकिन उन्होंने किसी की भी बातों पर ध्यान नहीं दिया और अपना काम निरंतरता से करती चली गई। 

कहां से आया फूलों की खेती करने का ख्याल?

हेमलता जी का कहना है कि जब उन्होंने आसपास के किसानों को खेती करते हुए देखा और पाया कि वे फूलों की खेती करके बहुत ही जल्द मुनाफा कमा रहे हैं। 

तब उनके दिमाग में यह ख्याल आया कि क्यों ना वह भी फूलों की खेती शुरू करें और कम समय में मुनाफा कमाएं।

वैसे यह काम उनके लिए उतना भी आसान नहीं था। इस काम को करने में काफी मेहनत और मशक्कत की जरूरत थी क्योंकि खेती करना तो वैसे भी कोई आसान काम नहीं होता लेकिन हेमलता जी ने अपने मन में यह सुनिश्चित कर लिया था कि वह यह जरूर करके दिखाएगीं ।

आस-पड़ोस के लोगों ने उड़ाया मजाक

हेमलता जी ने बताया कि जब उन्होंने खेती करना शुरू किया तो आसपास के लोगों ने साथ देने के बजाय इसके विपरीत उनका मजाक उड़ाया और कहा कि एक औरत इतना सब कुछ अकेले कैसे कर सकती है। यह उनके के लिए बिल्कुल संभव नहीं है।

लेकिन उन्होंने लोगों की बातों का बुरा नहीं माना क्योंकि उन्होंने तो अपने मन में पहले ही सुनिश्चित कर लिया था कि उनको किसी भी हाल में इस काम को करना है और उन्होंने जो सोचा था वैसा करके भी दिखाया।

उन्होंने बताया कि जब उन्होंने फूलों की खेती की शुरुआत की थी। तब उनके पास केवल एक ही कट्ठा जमीन थी। तो उन्होंने पहले एक हीं कट्ठे में फूलों की खेती करने की शुरुआत की। 

उन्होंने बीज लगाएं और बीज लगाने के 60 दिन के अंदर ही पूरा खेत फूलों से लहराने लगा। इसके बाद उन्होंने सभी फूलों को मंडी में बिकने के लिए भेज दिया। 

जिसके बाद उन्हें इसके काफी अच्छे पैसे मिले। इसके बाद उन्होंने अपनी जमीन को बढ़ाने का सोचा तथा उन्होंने 5 कट्ठा जमीन में बीज लगाएं और जब 60 दिन के बाद फूल तैयार हो गऐं तो फिर उन्हें मंडी में भेजा और पिछली बार से ज्यादा अच्छे पैसे कमाए।

इस तरह से जैसे-जैसे हेमलता देवी को फूलों की कमाई से मुनाफा होने लगा वैसे वैसे उन्होंने अपने जमीन को भी बढ़ा दिया। पहले उनके पास 1 कट्ठा जमीन थी।

1 से 5, फिर 5 से 10, 10 से 15, 15 से 20 हुए और अब जाकर हेमलता पूरे 22 कट्ठे की जमीन में गेंदे के फूलों की खेती करके लाखों की कमाई कर रही हैं। 

हेमलता की 1 महीने की कमाई कम से कम 350000 है। 

उन्होंने कुछ और भी जानकारियां साझा करते हुए कहा की भले ही दूर से देखकर लगे कि फूलों की खेती में ज्यादा फायदा नहीं है लेकिन यह बात बिल्कुल सत्य नहीं है।

फूलों की खेती में काफी फायदा है क्योंकि आए दिन फूलों की आवश्यकता हर जगह पड़ती ही रहती है।

चाहे वह कोई शुभ अवसर हो शादी, पूजा या कोई त्यौहार सभी जगह फूलों की आवश्यकता पड़ती हीं है तथा इससे कमाई भी अच्छी खासी हो जाती है।

जैसा कि आपने देखा होगा कि गेंदे के फूलों की कई प्रजातियां होती हैं जिसमें यह अलग-अलग रंगों और प्रकार में आती है। अफ्रीकन गेंदा और फ्रेंच गेंदा कुछ मुख्य गेंदे के फूल हैं। 

जो 1 साल में 10 से 15 टन तक फूल देते हैं। गेंदे का फूल एक ऐसा फूल है जिसमें काफी ज्यादा उत्पादन होता है।

साथ हीं साथ आप इसे 1 साल में 10 से 12 बार ज्यादा से ज्यादा संख्या में तोड़ सकते हैं और यह हर वर्ष थोड़े मोड़े नहीं बल्कि टन के हिसाब से प्राप्त होते हैं । 

आप भी कर सकते हैं गेंदे के फूलों की खेती

यदि आपको भी हेमलता देवी की इस कहानी को पढ़कर प्रेरणा मिली है और आप भी गेंदे की फूलों की खेती करना चाहते हैं तो आगे हम आपको गेंदे के फूलों से जुड़ी कुछ विशेष जानकारियां भी देने वाले हैं।

यदि आप चाहें तो आप भी गेंदे के फूलों की खेती कर सकते हैं क्योंकि इसकी खेती करना बेहद ही फायदेमंद होता है। इसकी सबसे अच्छी खासियत तो यह है कि इसकी खेती ठंड, गर्मी और सर्दी तीनों मौसम में होती है इसीलिए इसके फूल सालों साल उपलब्ध होते हैं।

माला बनाकर या खुले हुए दोनों तरह से गेंदे के फूल सालों साल मिलते हैं। लोग ज्यादातर सजावट के लिए माला बनाने के लिए मंदिरों में चढ़ाने के लिए गेंदे के फूलों का इस्तेमाल करते हैं।

साल में कभी त्यौहार, कभी पूजा, शादी समारोह कुछ ना कुछ चलता ही रहता है जिस वजह से इन फूलों की खूब बिक्री होती है और फूल उगाने वालों को काफी फायदा भी मिलता है।

निष्कर्ष

आज के इस अनुच्छेद में हमने आप सभी को हेमलता देवी जी की प्रेरणा देने वाली कहानी से रूबरू करवाया। साथ ही साथ आपको गेंदे के फूलों से जुड़ी कई जानकारियां दी। फूलों की खेती करके कैसे लोग कई गुना ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं यह भी बताया।

आशा करते हैं कि आपको हेमलता देवी जी की कहानी प्रेरणादायक लगी होगी और साथ ही साथ फूलों की जो जानकारियां हमने आपके साथ साझा की है वह भी पसंद आई होगी। अब मुलाकात होगी आपसे अपने अगले अनुच्छेद में तब तक नमस्कार!

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