स्टेशन हाउस ऑफिसर कैसे बने और स्टेशन मास्टर के कार्य

रेलवे में विभिन्न प्रकार के जॉब हैं जिनमे से हर जॉब के लिए लाखों उम्मीदवार हर साल अप्लाई करते हैं इन्ही में से एक पास की चर्चा हम यहाँ करेंगे और बताएँगे की स्टेशन हाउस अफसर कैसे बने?

स्टेशन हाउस अफसर एक महत्वपूर्ण पद है जो किसी खास क्षेत्र की नेतृत्व करते हैं.

स्टेशन हाउस ऑफिसर को हम इंस्पेक्टर के नाम से भी जानते हैं जो अपने क्षेत्र का मुख्य अधिकारी होता है. पुलिस विभाग के अंतर्गत यह एक सरकारी नौकरी है जिसे अधिकतर विद्यार्थी पाना चाहते हैं. 

आज हम इस आर्टिकल के जरिए इस पोस्ट से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं.

SHO क्या है?

यह पोस्ट भारत सरकार या राज्य सरकार के द्वारा आयोजित किया जाने वाला महत्वपूर्ण पोस्ट है, पुलिस विभाग के अंतर्गत आने वाला मुख्य अधिकारी SHO कहलाता है.

इस अधिकारी का पद एएसआई अधिकारी के पद से नीचे होता है. 

स्टेशन हाउस ऑफिसर की जिम्मेदारी अपने क्षेत्र के प्रति होने वाले अपराधों का रोकथाम करना तथा इन सभी अपराधों का जांच पड़ताल करने की होती है. यह ऑफिसर अपने कार्य को बहुत ही महत्वपूर्ण तरीके से करते हैं और अपने क्षेत्र की जनता को सुरक्षित रखते हैं.

यह ऑफिसर पुलिस विभाग के अंतर्गत जांच पड़ताल के कार्यों को करने में अहम  भूमिका निभाते हैं.

इनके क्षेत्र में होने वाले अनेक प्रकार के साइबर क्राइम या अन्य अपराधों की इन्वेस्टिगेशन करना इस ऑफिसर की जिम्मेदारी होती है जिसे वे अपने पावर तथा सकारात्मक विचारों के साथ कई प्रकार के केस को सॉल्व करके अपने क्षेत्र के प्रति  महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.

स्टेशन मास्टर (SHO) के कार्य:- 

SHO का फुल फॉर्म station house officer होता है जिसे पुलिस विभाग के अंतर्गत मुख्य अधिकारी के नाम से भी जाना जाता है, यह ऑफिसर अपने हर एक कार्य को जिम्मेदारी पूर्वक के साथ-साथ सटीक तरीके से करते हैं.

स्टेशन हाउस ऑफिसर के कार्य निम्नलिखित हैं.

  • यह ऑफिसर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत होने वाले विभिन्न प्रकार के कार्यों को देखकर गाइड कर सकते हैं, पुलिस विभाग के अंतर्गत बहुत से पुलिस ऑफिसर अपने अपने कार्यों को करते हैं जिसे देखना एक स्टेशन हाउस ऑफिसर का कार्य होता है.
  • यह मुख्य अधिकारी अन्य अफसरों के कार्य को देखते हैं कि वह अपना कार्य अच्छे पूर्वक कर रहे हैं या नहीं.
  • यह इंस्पेक्टर अपने क्षेत्र के अंतर्गत आए गए हर एक गांव  में शांति और सुरक्षा का माहौल बना कर रखते हैं ताकि हर एक व्यक्ति अपने जीवन को सही तरीके से जी पाए.
  • इनके क्षेत्र में किए जाने वाले कई प्रकार के क्राइम को यह दृढ़ता पूर्वक रोकने का प्रयास करते हैं और जहां तक संभव होता है.
  • इस प्रकार की क्राइम की इन्वेस्टिगेशन कर उनकी रोकथाम करते हैं जिससे उनके क्षेत्र की जनता इन सभी अपराधों से सुरक्षित रहें.
  • यह मुख्य अधिकारी किसी भी केस को लेकर अपने क्षेत्र के द्वारा न्यायालय में अपने आप को पेश कर सकते हैं. 
  • इस प्रकार कई ऐसे इंस्पेक्टर होते हैं जो साइबर क्राइम या फिर अन्य प्रकार के क्राइम की जांच पड़ताल करते वक्त जब अपराधियों को सजा दिलवाने होती है तो उस दौरान वह अपने क्षेत्र की तरफ से न्यायालय में पेश होकर अपराधियों को सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाते हैं.
  • इन सभी कार्यों को महान रूप से करने के साथ साथ यह अपने पुलिस स्टेशन का इंचार्ज भी कहलाता है.

SHO बनने के लिए जरुरी योग्यता:- 

यदि आप भी सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे हैं और इस दौरान आपको स्टेशन हाउस ऑफिसर बनने की चाहत है तो इसके लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कोई भी विषय के ऑनर्स के साथ ग्रेजुएशन कंप्लीट करना अनिवार्य है. 

इसके साथ-साथ आपको भारत का नागरिक होना भी आवश्यक है.

12वीं की परीक्षा पास करे:- 

यदि आपका सपना पुलिस बनना है तो इसके लिए सबसे पहले आपको 12वीं की परीक्षा किसी भी विषय में पास करनी होगी चाहे वह आर्ट्स हो या कॉमर्स हो या फिर साइंस. 

जवाब 12वीं की परीक्षा पास करोगे उस द्वारा पुलिस कांस्टेबल की नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं.

अपनी ग्रेजुएशन पूरी करें:- 

पुलिस बनने के लिए सबसे शुरुआती कदम 12वीं पास करना होता है.

इसके बाद यदि आपको इंस्पेक्टर के ऊंचे पद पर जाना है तो इसके लिए आपको ग्रेजुएशन कंप्लीट करनी होगी क्योंकि ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद पुलिस के ऊंचे ऊंचे पद की परीक्षा भी दे सकते हैं.

जैसे आईपीएस और इंस्पेक्टर जिसे स्टेशन हाउस ऑफिसर भी कहा जाता है इन सब की परीक्षा के लिए आप ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद ही आवेदन कर सकते हैं.

आप ग्रेजुएशन की डिग्री कोई भी ऑनर्स पेपर से कर सकते हैं जैसे बीए, बीकॉम, बीबीए या बीएससी.

एंट्रेंस एग्जाम दे:- 

यदि आपको मुख्य अधिकारी के साथ-साथ ऊंचे पद के पुलिस इंस्पेक्टर जैसे आईपीएस की तैयारी करनी है तो आपको ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद एक एंट्रेंस एग्जाम को देना होता है.

इस एंट्रेंस एग्जाम में आपसे जनरल अवेयरनेस तथा जनरल एप्टिट्यूड करंट अफेयर्स इत्यादि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं. यह एक ऑब्जेक्टिव टाइप एग्जाम होता है.

देश का नागरिक होना अनिवार्य है:- 

यदि आप पुलिस से संबंधित नौकरी पाना चाहते हैं तो इसकी सभी योग्यता के साथ-साथ आपको इस देश का नागरिक होना अनिवार्य है तभी आप एसएचओ के साथ-साथ अन्य पुलिस नौकरी के लिए आवेदन करने में सक्षम होंगे.

आयु सीमा :- 

यदि आप भी एक स्टेशन हाउस ऑफिसर बनने की चाहत रखते हैं तो इसके लिए आप सभी आवेदन कर सकते हैं जब आप की उम्र 21 वर्ष से 30 वर्ष के बीच हो.

जिस उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 30 वर्ष तक होती है वह इस परीक्षा के लिए आवेदन भर सकते हैं.

एसएचओ की चयन प्रक्रिया क्या है:-

यदि आपकी भी सपना एक स्टेशन हाउस ऑफिसर बनने की है तो आपको पता होना चाहिए की इस पद की चयन प्रक्रिया दो प्रकार से ली जाती है जिसमें पहला है डायरेक्ट भर्ती वही दूसरी ओर अधिकारियों को प्रमोशन देकर मुख्य अधिकारी बनाई जाती है.

सीधी भर्ती में उम्मीदवारों के द्वारा परीक्षाएं ली जाती है जो काफी हार्ड परीक्षा होता है क्योंकि आज की जनरेशन में सभी बच्चों का सपना सरकारी नौकरी पाने का होता है इसलिए कई उम्मीदवार सिविल सर्विस की ओर अपना ध्यान देते हैं.

सिविल सर्विस से संबंधित परीक्षाएं बहुत ही कठिन होती है जिसमें पास होना बहुत ही मुश्किल होता है इसलिए बच्चे कड़ी मेहनत और लगन से पढ़ाई करते हैं.

इस कंपटीशन युग में सिविल सर्विस से संबंधित नौकरी को पाना बहुत बड़ी सफलता होती है.

सीधे भर्ती के माध्यम से चयन प्रक्रिया:-

जो विद्यार्थी इंस्पेक्टर पद की नौकरी के लिए तैयारी कर रहे होते हैं उन्हें सीधी भर्ती के द्वारा ही यह पद हासिल होता है.

वहीं दूसरी ओर जो पुलिस विभाग के अंतर्गत अन्य अधिकारी काम कर रहे होते हैं उनका जब प्रमोशन होता है तब वह मुख्य अधिकारी बनते हैं.

सीधी भर्ती के दौरान आवेदन करना:- 

भारत सरकार द्वारा इस परीक्षा को आयोजित किया जाता है जिसमें पुलिस विभाग के द्वारा इसकी वैकेंसी निकाली जाती है जिसमें इच्छुक योग्य उम्मीदवार इसकी आवेदन आवश्यक डॉक्यूमेंट के साथ भरते हैं.

परीक्षा:- 

आवेदन करने के कुछ समय पश्चात आपको इस एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड मिलती है जिसे प्रवेश पत्र कहा जाता है तभी आप एग्जाम सेंटर में प्रवेश कर सकते हैं. और उसके कुछ दिन बाद इसकी परीक्षा ली जाती है जो ऑब्जेक्टिव टाइप की परीक्षा होती है.

जो उम्मीदवार इस परीक्षा में पास होते हैं उन्हें आगे की प्रोसेस के लिए बुलाया जाता है और उन सभी प्रोसेस में जब वे उत्तीर्ण होते हैं तब उन्हें उनके पोस्ट पर नियुक्त किया जाता है.

फिटनेस टेस्ट:- 

जब अभ्यर्थी के द्वारा परीक्षाएं पास की जाती है तो उसके पश्चात उन्हें फिटनेस टेस्ट के लिए बुलाया जाता है जिसमें उनकी फिटनेस की जांच की जाती है इसके साथ साथ उनकी ऊंचाई तथा छाती की चौड़ाई भी देखी जाती है.

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन:- 

इन सभी प्रक्रियाओं के बाद विद्यार्थियों के द्वारा दिए गए डॉक्यूमेंट को जांच की जाती है और जांच करने के दौरान या चेक किया जाता है कि विद्यार्थी पहले के मापदंडों सही तरीका के साथ-साथ फिटनेस कैंप में उचित रूप से अपना कार्य किए हैं या नहीं.

 इसके साथ-साथ वेजेस विषयों को लेकर ग्रेजुएशन की पढ़ाई किए रहते हैं तथा जिस भी हॉबि को वे डॉक्यूमेंट में लिखे हुए रहते हैं उन सभी की जांच की जाती है .

फाइनल सिलेक्शन:- 

इन सभी प्रोसेस के पश्चात एक मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है जिसमें उनके मार्क्स के अनुसार उन्हें पोस्ट नियुक्त किया जाता है.

विभागीय भर्ती:- 

इन सभी प्रक्रियाओं के पश्चात योग्य उम्मीदवारों को उनके पोस्ट नियुक्त किए जाते हैं जो एक मुख्य अधिकारी का होता है जिसे हम इंस्पेक्टर के नाम से जानते हैं.

सब इंस्पेक्टर इस मुख्य अधिकारी के पद से ऊपर होता है इसलिए जब स्टेशन हाउस ऑफिसर की प्रमोशन होती है तब सब इंस्पेक्टर बनते हैं.

SHO परीक्षा की कोर्स:-

इस परीक्षा के अंतर्गत मुख्यतः दो प्रकार के विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं इसके साथ साथ जनरल नॉलेज की भी प्रश्न पूछे जाती है.

दो विश्व में पहला विषय आता है हिंदी जिसमें हिंदी शब्द वर्णमाला पर्यायवाची शब्द इन सभी से संबंधित प्रश्न आते हैं इसके साथ इंग्लिश विषय इस परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि इसमें उम्मीदवारों को इंग्लिश जानना बहुत ही जरूरी है इंग्लिश से संबंधित बहुत से प्रश्न पूछे जाते हैं.

स्टेशन हाउस ऑफिसर की सैलरी:- 

मुख्य अधिकारी की सैलरी हर राज्य में विभिन्न होती है, हर राज्य सरकार अपने मुख्य अधिकारी को अपने अनुसार वेतन देते हैं.

एक इंस्पेक्टर की सैलरी 9,300 से लेकर 35, 500 होता है.

निष्कर्ष:- 

स्टेशन हाउस ऑफिसर की नौकरी सरकारी नौकरी होती है जो राज्य सरकार या भारत सरकार के द्वारा आयोजित की जाती है इसलिए इस नौकरी को पाने के लिए अधिकतर विद्यार्थी इसकी परीक्षा की तैयारी बहुत ही इमानदारी पूर्वक करते हैं. 

आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको ये बताया की स्टेशन हाउस ऑफिसर कैसे बने?

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Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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