साइंस की पढ़ाई कैसे करें?

विज्ञान के इस दौर में अगर आप इस विषय में ध्यान नहीं देते तो आपको ये जरूर समझना चाहिए की विज्ञान एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है और आपको ये जानना चाहिए की साइंस कैसे पढ़ें?

हालांकि आप अपने साइंस की पढ़ाई अपने अनुसार करते होंगे लेकिन आज मैं आपको साइंस पढ़ने का सही तरीका बताने जा रहा हूँ जिससे आप साइंस विषय को आसानी पूर्वक पढ़ कर समझ सकते हैं.

साइंस विषय क्या है? 

साइंस एक ऐसा विषय है जिसके अंतर्गत हमें जीव विज्ञान रसायन विज्ञान तथा भौतिक विज्ञान से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी मिलती है.हर एक विद्यार्थी को आज की जनरेशन में साइंस का ज्ञान होना बहुत ही आवश्यक है.

क्योंकि हर एक विद्यार्थी को जीव विज्ञान के साथ-साथ भौतिक तथा रासायनिक विज्ञान की जानकारी होगा तभी वे अपने जीवन में विज्ञान की दुनिया मे आगे बढ़ सकते हैं. इन सभी विषयों के साथ-साथ हर एक विद्यार्थी को खासकर जीव विज्ञान की जानकारी होना बहुत ही जरूरी है.

ताकि वे अपने शरीर के बारे में सारी जानकारी जान सके. यदि वे अपने शरीर से संबंधित हर एक प्रकार के क्रियाकलापों को जानते हैं तो वह अपने आप को हर तरह से सुरक्षित रखने में सक्षम हो पाएंगे.

इसलिए साइंस की पढ़ाई हर विद्यार्थी के लिए बहुत ही जरूरी है.

विज्ञान की अधिक जानकारी के लिए हमारे लिखे आर्टिकल विज्ञान क्या है और इसकी परिभाषा जरूर पढ़ें.

साइंस विषय के अंतर्गत आने वाले विषय 

यदि 12वीं कक्षा की बात करें तो इस कक्षा में बहुत से विद्यार्थी साइंस विषय का चयन करते हैं तो कुछ विद्यार्थी कॉमर्स तथा कुछ आर्ट्स का चयन कर 12वीं कक्षा की पढ़ाई करते हैं.हर एक विद्यार्थी अपने अनुसार 12वीं कक्षा में विषयों का चयन कर इस कक्षा की पढ़ाई पूरी करते हैं.

जो विद्यार्थी 12वीं कक्षा में साइंस विषय का चयन करती है उन्हें इस विषय के अंतर्गत बहुत से विषयों की पढ़ाई करनी होती है जैसे मैथ्स, केमिस्ट्री, फिजिक्स, बायोलॉजी तथा कंप्यूटर या इकोनॉमिक्स इत्यादि.

यदि स्टूडेंट 12वीं कक्षा में इस विषय का चयन करते हैं तो उन लोगों को इन सभी विषयों के बारे में जानकारी अध्ययन करना होता है.

यदि दसवीं कक्षा की बात करें तो दसवीं कक्षा में अन्य सब्जेक्ट  के साथ साइंस भी एक सब्जेक्ट होता है जिसे विद्यार्थी को पढ़ना बहुत ही जरूरी है.

इस कक्षा में साइंस एसे के अंतर्गत बायोलॉजी केमिस्ट्री तथा फिजिक्स, यह तीन विषय साइंस के अंतर्गत आते हैं जिसे बच्चों को बहुत ही ध्यान पूर्वक पढ़ना होता है साइंस विषय की शुरुआती जानकारी हमें दसवीं कक्षा के साइंस विषय से मिलती है.

इसलिए विद्यार्थियों को इस कक्षा में साइंस विषय को समझते हुए इमानदारी पूर्वक पढ़नी चाहिए.

साइंस की पढाई कैसे करे?

1. साइंस में रुचि ले 

साइंस विषय बहुत ही इंटरेस्टिंग विषय है, हालांकि कुछ विद्यार्थियों को यह  विषय कठिन लगता है लेकिन अधिकांश विद्यार्थी साइंस विषय में ज्यादा रुचि रखते हैं और इस विषय में रुचि रखने भी चाहिए क्योंकि विज्ञान विषय के माध्यम से हम विशेष ज्ञान अर्जित करते हैं.इस विषय से हमें पृथ्वी की संरचना, इसके भौतिक, रसायनिक एवं जैविक गुणों की जानकारी प्राप्त होती है.

विज्ञान की मदद से प्रत्येक दिन नए-नए आविष्कार किए जा रहे हैं आज के इस जनरेशन में लोगों के द्वारा उपयोग किए जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस फोन, गाड़ियां इंटरनेट तथा विभिन्न प्रकार के गैजेट है इनका हमारे जीवन में आना संभव कैसे हैं जी हां सिर्फ और सिर्फ विज्ञान की मदद से .

वैज्ञानिकों ने मेडिकल फील्ड में भी उपलब्धियां हासिल की है तभी तो जटिल से जटिल बीमारियों का समाधान करना संभव हो पाया है.जटिल बीमारियों से ग्रसित लोगों का इलाज विज्ञान की मदद से संभव हो सका है.

विज्ञान के द्वारा ही अंतरिक्ष के विभिन्न राशियों का पर्दा उठाया गया है विज्ञान को समझने के साथ-साथ इस विषय की इमानदारी पूर्वक पढ़ाई करने के लिए इसमें रूचि बनाने के लिए कई कारण मिल सकते हैं जिनकी छवि हमने आपको बताया है और आगे भी बताने जा रहे हैं.

2. सकारात्मक सोच रखें

आप जब भी किसी विषय को पढ़ते हैं तो आपके अंदर सकारात्मक सोच का होना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि सकारात्मक सोच हमें कॉन्फिडेंस प्रदान करता है जिससे हम उस विषय को कॉन्फिडेंटली रूप से पढ़ सकते हैं.

हर एक विद्यार्थी का सोच साइंस विषय के प्रति सकारात्मक होना चाहिए क्योंकि यह विषय हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है इसलिए विद्यार्थियों की रुचि विज्ञान विषय में होनी चाहिए.

विज्ञान के द्वारा किए गए कार्यों में कुछ हमारे जीवन  में लाभ पहुंचा है तो कुछ हानि इसलिए हमें विज्ञान के अच्छे कार्यों को ध्यान में रखते हुए नकारात्मक सोच को नजरअंदाज कर सकारात्मक विचार को अपने अंदर हावी करके हमें साइंस के विषय में रुचि दिखानी चाहिए.

3. डेली रूटिंग बना कर पढ़ें

पढ़ाई कर रहे हर विद्यार्थियों के लिए रूटिंग बनाना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि रूटिंग के जरिए स्टडी करने से बच्चों का कमांड हर विषयों में बेहतर बनता है.

विज्ञान विषय हर विद्यार्थियों के जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है इसलिए इस विषय की पढ़ाई के लिए विद्यार्थियों को रूटिंग फॉलो करना अनिवार्य है.यदि विद्यार्थी साइंस विषय की पढ़ाई के लिए रूटिंग बनाते है और वे रूटिंग को फॉलो कर इस विषय की स्टडी करते हैं तो उनका विज्ञान से संबंधित हर लेशन में पकड़ अच्छा बनेगा.

रूटिंग बनाने का एक और फायदा यह है की रूटिंग के जरिए हम अपने इंटरेस्टेड सब्जेक्ट की अपेक्षा विक सब्जेक्ट को ज्यादा समय देकर हम अपने कमजोर विषय को मजबूत कर सकते हैं.

4. नोट्स बना कर पढ़ाई करें

कोचिंग तथा विद्यालय में पढ़ाए गए टॉपिक को जहां तक संभव हो क्लास में ही समझने का प्रयास करें इससे उस टॉपिक का 50 परसेंट कवर आपका क्लास में ही हो जाएगा और जब आप घर में उस टॉपिक को दोबारा पढ़ोगे तो उस टॉपिक में कमांड आपका अच्छा बनेगा, उस टॉपिक की पूरी जानकारी आपको अच्छे से समझ आएगी.

क्लास में पढ़ाई गए हर एक टॉपिक का शॉर्ट नोट्स आपको अपने घर में बनानी चाहिए इससे आपको उस टॉपिक को रिवीजन करने में आसानी होगी.जब आप क्लास में पढ़ाई गए साइंस विषयों को घर में शार्ट नोट्स बनाते हो तो आपको उस विषय में पढ़ाई करने में कठिनाई महसूस नहीं होगी और आप आसानी पूर्वक इस विषय को पढ़ने में सक्षम हो पाएंगे.

एक सबसे महत्वपूर्ण बात जो मैं आपको बताने जा रही हूं वह एक साइंटिफिक रीजन है.जब किसी टॉपिक को इंस्टिट्यूट कॉलेज द्वारा आप को पढ़ाया जाता है तो आपको यह प्रयास करनी चाहिए कि उस टॉपिक को 24 घंटा के बीच में आप एक बार जरूर उसे पढ़े इससे उस टॉपिक को आप जल्दी नहीं भूल पाओगे. यह एक साइंटिफिक रीजन है.

5. डायग्राम बनाने की प्रैक्टिस करें 

विज्ञान विषय में आधा से ज्यादा जानकारी हमें डायग्राम से प्राप्त होती है इसलिए इस विषय को मजबूत बनाने के लिए हम लोगों को डायग्राम बनाने की प्रैक्टिस करनी चाहिए.

विज्ञान विषय के अंतर्गत जीव विज्ञान भौतिक विज्ञान तथा रासायनिक विज्ञान इन तीनों विषयों में डायग्राम का बहुत ही महत्व है क्योंकि परीक्षाओं में डायग्राम से संबंधित प्रश्न भी पूछे जाते हैं तथा कभी-कभी परीक्षा में डायग्राम बनाने के लिए भी प्रश्न आते हैं.इन सब को ध्यान में रखते हुए जब आप विज्ञान विषय की पढ़ाई करें तो उनमें उपस्थित डायग्राम को ध्यानपूर्वक पढ़ें और उसे बनाने का प्रयास करें ताकि इनसे संबंधित जब भी प्रश्न पूछे जाए तो वह प्रश्न आपका छूटे नहीं.

डायग्राम का चित्र एक चार्ट पेपर में बनाकर उसके अंतर्गत  आने वाले हर पार्ट के नाम को अंकित करके, आप इसे अपने स्टडी रूम के दीवाल पर चिपका सकते हो, इस प्रकार आपको डायग्राम के नाम आसानी पूर्वक याद हो जाएगा.

6. सिलेबस के अनुसार पढ़ाई करें 

साइंस विषय को पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी को साइंस के सिलेबस की जानकारी होना बहुत ही जरूरी है .विज्ञान विषय के सिलेबस में किन-किन विषयों को पढ़ना है तथा हर विषय के अंदर कितने टॉपिक्स हैं तथा विज्ञान के प्रत्येक विषय में कितने मार्क्स के प्रश्न पूछे जाते हैं, इन सभी की जानकारी आपको सिलेबस से प्राप्त होगी इसलिए विद्यार्थियों को सिलेबस की जानकारी होना बहुत ही जरूरी है तभी जाकर वे विज्ञान के हर विषय में के टॉपिक को अपने अनुसार कवर कर सकेंगे.

7. न्यूमेरिकल प्रॉब्लम की प्रैक्टिस प्रत्येक दिन करें 

भौतिक विज्ञान तथा रासायनिक विज्ञान में अधिकतर न्यूमेरिकल्स होते हैं बच्चों को प्रत्येक दिन प्रैक्टिस करनी चाहिए.प्रत्येक दिन न्यूमेरिकल्स की प्रैक्टिस करने से आसानी होती है इसलिए प्रत्येक दिन  अन्य टॉपिक के साथ-साथ न्यूमेरिकल्स प्रॉब्लम को बनाकर अभ्यास करनी चाहिए.

8. प्रत्येक दिन साइंस की पढ़ाई करें

सभी विषयों की पढ़ाई के साथ साथ विद्यार्थियों को साइंस विषय की पढ़ाई करनी चाहिए यदि आप प्रत्येक दिन इस विषय को निश्चित समय अंतराल में पढ़ते हैं तो इससे साइंस की सिलेबस जल्दी पूरी होगी.इसके साथ साथ प्रत्येक दिन साइंस की पढ़ाई करने से आपका साइंस विषय में कमांड अच्छा बनेगा जिससे विज्ञान विषय से संबंधित हर एक टॉपिक की जानकारी आपको पता रहेगी.

जब आप प्रत्येक दिन साइंस विषय की पढ़ाई करते हो तो साइंस के हर विषय का हर एक टॉपिक की जानकारी आपको पता रहेगी जिससे आपका साइंस का एग्जाम बहुत ही अच्छा जाएगा.

इससे संबंधित जितने भी प्रश्न पूछे जाएंगे उनका आप सही सही उत्तर देने में सक्षम हो पाएंगे.इसलिए साइंस विषय को अच्छा बनाने के लिए इस विषय की पढ़ाई प्रत्येक दिन करनी होगी तभी जाकर आप इस विषय में आप अव्वल आ पाएंगे.

9. साइंस की ग्रुप स्टडी करें 

ग्रुप स्टडी अच्छी पढ़ाई के लिए बहुत भी जरूरी है क्योंकि ग्रुप स्टडी करने के दौरान बच्चों के मन में आए हर एक प्रश्न का उत्तर  वे डिस्कस करके खुद निकाल लेते हैं इसलिए इसे डिसकस स्टडीभी कहा जाता है.

डिसकस स्टडी करने से बच्चों के मन में उस विषय की प्रति इंटरेस्ट बढ़ती है और इसके साथ साथ उनके मन में कॉन्फिडेंस भी उत्पन्न होता है.ग्रुप स्टडी में ना सिर्फ टॉपिक्स को लेकर डिस्कशन होती है बल्कि इस स्टडी में बच्चों का कम्युनिकेशन स्किल भी बेहतर होता है.

ग्रुप स्टडी करने से आपका रिवीजन भी बहुत अच्छे तरीके से हो जाता है.यदि आप साइंस के ग्रुप स्टडी कर रहे हो और किसी दूसरे बच्चे के द्वारा कोई प्रश्न किया गया और वह प्रश्न आपको पता हो तो आपका उस प्रश्न का उत्तर का रिवीजन दोबारा हो जाएगा.

10. टॉपिक को यूट्यूब वीडियो से समझे 

साइंस विषय में पढ़ाए गए हर टॉपिक को आपको यूट्यूब के वीडियो से भी समझनी चाहिए क्योंकि बहुत से ऐसे विद्यार्थी होते हैं जिन्हें क्लास में पढ़ाई गए टॉपिक समझ नहीं आती तो वह फोन के माध्यम से यूट्यूब के जरिए उन टॉपिक्स का वीडियो देखते हैं और फिर समझते हैं.

यूट्यूब में हर एक टॉपिक को विस्तार पूर्वक बताया जाता है जिससे बच्चे उस टॉपिक को आसानी पूर्वक समझ सके.यूट्यूब में साइंस संबंधित टॉपिक को शिक्षक के द्वारा आसान भाषाओं में विस्तार रूप से बताया जाता है.

इसलिए यूट्यूब से भी टॉपिक ओं को समझना बहुत ही आसान होता है.इसलिए आपको जिस भी टॉपिक में प्रॉब्लम होती है साइंस के उस टॉपिक को आप यूट्यूब के जरिए भी पढ़ सकते हैं.

11. प्रत्येक दिन अभ्यास करें

अभ्यास करने से हर एक नामुमकिन चीज मुमकिन में परिवर्तित हो जाती है इसलिए नियंत्रण अभ्यास करने से लोगों को सफलता जल्दी मिलती है.नियंत्रण अभ्यास करने से कठिन से कठिन विषय भी आसान बनाया जा सकता है.

विज्ञान विषय की पढ़ाई के लिए बच्चों को प्रत्येक दिन अभ्यास करने की आवश्यकता है क्योंकि जब तक विज्ञान विषय का अभ्यास नहीं किया जाए तब तक इस विषय में कमांड नहीं बनाया जा सकता.

बच्चों को अपने विज्ञान विषय  को रिविजन करने के लिए इस विषय के टॉपिक पर शॉर्ट नोट्स बनानी चाहिए.टॉपिक का शॉर्ट नोट्स बनाने से विद्यार्थियों को रिवीजन करने में आसानी होती है.

रिवीजन के दौरान कमजोर टॉपिक को शिक्षक तथा दोस्तों से  पूछनी  चाहिए क्योंकि वे आपको विक टॉपिक्स को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं।

रिवीजन के समय अपनी सोच सकारात्मक रखनी चाहिए और स्वतंत्र रूप से अपने टॉपिक्स का रिवीजन करनी चाहिए.

रिवीजन को टाइम टेबल बनाकर करनी चाहिए ताकि समय के अनुसार आपका हर विषय में रिवीजन अच्छे से हो सके.रिवीजन करते वक्त ब्रेक लेना बहुत  जरूरी है क्योंकि ब्रेक लेने से हमारा दिमाग फ्री होता है जिससे हम और भी अच्छे तरीके से रिवीजन कर सकते है.

साइंस विषय का रिवीजन के लिए आप मॉडल टेस्ट पेपर को बना सकते हैं.मॉडल टेस्ट पेपर को बनाने के पश्चात आप बोल कर भी साइंस के टॉपिक को रिविजन कर सकते.

निष्कर्ष

साइंस विषय सभी बच्चों के भविष्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण विषय माना जाता है क्योंकि इस विषय के जरिए छात्रों को विशेष जानकारी मिल पाती है.

आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताया की साइंस कैसे पढ़ें?

इसके अलावा हमने आपको ये भी बताया की विज्ञान पढ़ने आपकिस तरह योजना बना सकते हैं और अच्छे से इसकी तैयारी कर सकते हैं. 

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Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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