शरद ऋतु पर निबंध – Essay on winter season in Hindi

शरद ऋतु बरसात के ऋतु के बाद हमारे देश में प्रवेश करती हैं और सभी लोगों को ठंड महसूस दिलाती है. शरद ऋतु में तापमान बहुत ही नीचे स्तर तक पहुंच जाता है जिससे हमें काफी ठंड महसूस होती है.

ठंड का मौसम में सभी व्यक्ति स्वेटर शॉल तथा टोपी जैसे गर्म कपड़ों को पहनकर अपने शरीर को ठंड से सुरक्षित रखते हैं. ठंड के दिनों में हवाएं भी बहुत ही ठंडी चलती है जिससे पूरा वातावरण ठंडा हो जाता है.

शरद ऋतु पर छोटे तथा बड़े निबंध – Long and Short Essay on Winter Season in Hindi For Class 6, 7, 8, 9, 10 Students

बच्चों आज हम आपके लिए चार निबंध शरद ऋतु पर लाए हैं जो आपके लिए पढ़ने में बहुत ही आसानी होगी. इसे आप अपने क्लास के अनुसार पढ़ सकते हैं.

निबंध – 1 (250 शब्द) 

प्रस्तावना 

शरद ऋतु का आगमन बसंत ऋतु के पश्चात होती है यह रितु दिसंबर के महीने में हमारे यहां प्रवेश करती है तथा मार्च के महीने के पश्चात चली जाती है. इन महीनों में शरद ऋतु अपनी ठंड की चादर हर जगह फैला देती है जिससे सभी लोग ठंड को महसूस करते हैं. शरद ऋतु आने से हमारे तापमान में भारी गिरावट आती है, तापमान कम होने से हमारा वातावरण ठंडा हो जाता है जिससे हमें ठंड महसूस होती है.

शरद ऋतु 

शरद ऋतु के आने से हर क्षेत्र का हर जगह का तापमान काफी नीचे स्तर तक चला जाता है जिससे हमें अत्यधिक ठंड महसूस होती है. शरद ऋतु में लोग अपने शरीर को ठंड से बचाने के लिए गर्म वस्त्र पहनते हैं. शरद ऋतु के आगमन से हमारा पूरा वातावरण में उपस्थित सभी सुक्ष्म कण ठंड हो जाते हैं जिससे हमारा पूरा वातावरण ही ठंडा लगने लगता है.

शरद ऋतु में ठंडी ठंडी हवाएं बहती है जिससे लोगों को और ज्यादा ठंड महसूस होता है इसलिए इन दिनों में लोग ज्यादा घूमने को नहीं निकलते हैं. शरद ऋतु के समय कई दिन कोहरा से आसपास का क्षेत्र ढक जाता है जिससे साफ कुछ दिखाई नहीं देता, इसके साथ साथ इस मौसम में कभी कभी बारिश भी होती है और बारिश होने से तापमान और नीचे चला जाता है जिससे व्यक्तियों को ठंड अधिक लगने लगती है.

निष्कर्ष

शरद ऋतु वर्षा ऋतु के पश्चात हमारे यहां प्रवेश लेते हैं और सभी लोगों को ठंड महसूस कराती है. शरद ऋतु में लोग ठंड से बचने के लिए कई तरह के गर्म चीजों का उपयोग करते हैं. ठंड ऋतु में सभी लोगों को ठंड से बच कर रहना होता है.

निबंध – 2 (300 शब्द) 

प्रस्तावना 

शीत ऋतु का आगमन दिसंबर महीने में होता है तथा मार्च के महीने के बाद यह रितु चली जाती है. इन 3 महीनों में शीत ऋतु का असर पूरे क्षेत्र में दिखाई देता है क्योंकि इस मौसम में तापमान में काफी कमी आती है जिससे पूरा वातावरण ठंडा हो जाता है और वातावरण ठंडा होने से इस धरती पर जी रहे सभी जीव जंतुओं को ठंड महसूस होती है. कई स्थानों पर ठंडी हवा के साथ-साथ बर्फ की बारिश भी होती है जिससे मौसम और भी ठंडा हो जाता है.

शीत ऋतु में दिनचर्या

 शीत ऋतु आते ही हर जगह के क्षेत्रों में तापमान की कमी होने लगती है और वातावरण में उपस्थित सभी कर ठंडे हो जाते हैं जिस वजह से हमारा पूरा वातावरण है ठंडा हो जाता है. हमारे वातावरण के ठंडा होने से हमारा क्षेत्र ठंडा हो जाता है और हमें काफी ठंड महसूस होती है.

ठंड के दिनों में कभी-कभी आसमान पूरा क्लीन दिखाई देता है और कभी कभी पूरे दिन कोहरा से आसपास का क्षेत्र ढका रहता है. इन दिनों में व्यक्ति अपने शरीर को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े का प्रयोग करते हैं जिसमें स्वेटर, साल तथा टोपी इत्यादि वस्त्र पहन कर अपने शरीर को ठंड से बचाने में सक्षम होते हैं. ठंड के दिनों में हमारे शरीर का प्रतिरोध क्षमता बढ़ता है, जिस तरह हमारा शरीर गर्मियों के दिनों में गर्मी को झेलपता पाता है उसी प्रकार ठंड में हमारा शरीर ठंड से लड़ता है इसलिए हर मौसम में हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता हर मौसम को झेलने के लिए बढ़ती है इस तरह  हमारा शरीर हर मौसम के अनुसार जीने में हमे अनुकूलित बनाता है.

सर्द ऋतु क्यों आती है 

हमारी पृथ्वी में विभिन्न प्रकार के मौसमों का आगमन होता है और हर मौसम में हमारा शरीर उस मौसम के अनुसार जीने में हमें अनुकूलित बनाता है. पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है जिस कारण हमारे इस धरती पर विभिन्न प्रकार के ऋतु का आगमन होता है और हर ऋतु अपने-अपने विशेषताएं हमारे पृथ्वी को देखकर आती जाती रहती है.

वर्षा ऋतु के बाद हमारी पृथ्वी उत्तरी गोलार्ध की ओर चक्कर लगाती है जिसके कारण हमारी पृथ्वी पर शरद ऋतु का आगमन होता है. और यह रितु 3 महीने की होती है 3 महीने में यह रितु अपने ठंड की बरसात पूरे क्षेत्र में करती है जिससे पूरा क्षेत्र के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों को ठंड महसूस होती है. जैसे ही शीत ऋतु का हमारे पृथ्वी पर आगमन होता है उसी समय हमारे पृथ्वी का तापमान नीचे स्तर तक पहुंचना शुरू हो जाता और इसके साथ साथ शरद ऋतु में दिन छोटी होती है और रात बड़ी होती है.

निष्कर्ष

हमारे देश में शीत ऋतु के मौसम में दिन छोटी और रात बड़ी होती है जिस कारण लोगों को दिन में समय का अभाव होता है और रात्रि में लोगों को समय बहुत ही ज्यादा मिलता है.

निबंध – 3 (400 शब्द) 

प्रस्तावना

शीत ऋतु आते ही हमें थोड़ी-थोड़ी ठंड का महसूस होने लगता है और धीरे-धीरे हमारे तापमान में कमी आने लगती है और ज्यादा ठंड लगने लगता है . इस ऋतु के आगमन से दिन में समय अवधि कम होती है रात लंबी होती है जिस कारण स्कूल में पढ़ रहे विद्यार्थियों का समय बहुत ही जल्दी बिक जाता है और ऑफिस में काम कर रहे हैं लोगों को भी इन दिनों में समय का अभाव महसूस होता है.

सर्दियों के मौसम में प्राकृतिक दृश्य 

सर्दी के आगमन होते हैं प्राकृतिक दृश्य में परिवर्तन आने लगती है, विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक परिवर्तन इस ऋतु में देखने को मिलती है जिसे देखने के पश्चात लोगों का मन खुश होता है.

कभी-कभी शरद ऋतु में सूर्य देव को देखने की एक भी छलक नहीं मिलती पूरा क्षेत्र कोहरा से ढका होता है इस समय जब हम घर से निकलते हैं तो हमारे आसपास का दृश्य वाइट रंग के कोहरे से भरा दिखाई देता है.

इसके साथ साथ पहाड़ियों के क्षेत्रों में गिरे बर्फ हर जगह फैले होते हैं जिससे वहां का क्षेत्र पूरा बर्फीला प्रतीत होता है तथा हर जगह गिरे बर्फ मोती के जैसे सफेद दिखाई देते हैं जो मन को बहुत भाता है. इसके साथ-साथ सर्दी के मौसम में जब धूप निकलती है तो विभिन्न प्रकार के फूलों की कलियां खिलने लगती है और वातावरण में अत्यधिक सुगंध फैलाने लगती है.

हरी सब्जियां ,फुल तथा फल

शीत ऋतु के आगमन से हमारे तापमान में कमी आती है और यह कमी हमारी फसलों के लिए बहुत ही अच्छी साबित होती है इसलिए किसान लोग इस ऋतु में अनेक प्रकार के फसलों को बोते हैं जैसे गेहूं तथा विभिन्न प्रकार की हरी सब्जियां जैसे मूली गाजर पालक बैगन धनिया इत्यादि. इस ऋतु में इन सभी चीजों की बुनाई होती है जिस कारण हमें ठंड के दिनों में अनेक प्रकार की हरी सब्जियों को खाने का अवसर मिलता है. इसके साथ साथ कई प्रकार के फल भी इस मौसम में मिलने लगते हैं जैसे कटारी सरगम मूली गाजर अमरूद नाशपाती इत्यादि. इन सभी के साथ-साथ कई प्रकार के फूल भी खेलने लगते हैं और अपने सुगंध से पूरे वातावरण को सुगंधित कर देते हैं.

इस प्रकार हमें शीत ऋतु में अनेक प्रकार की हरी-भरी सब्जियों का लाभ उठाने का अवसर मिलता है और इसके साथ-साथ कई प्रकार के फलों को खाने का भी मौका मिलता है. इसलिए शीत ऋतु में हमें काफी लाभ प्रदान होता है.

शरद ऋतु की अवधि

शरद ऋतु की अवधि पृथ्वी में बरसात के मौसम के बाद होती है, पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा लगाती रहती है और जब यह पृथ्वी उत्तरी गोलार्ध के चक्कर लगाती है तब हमारे पृथ्वी में शीत ऋतु का आगमन होता है. पृथ्वी का सूर्य के चक्कर लगाने से हमारे पृथ्वी में रितु का परिवर्तन होता है जिसमें कुछ ऋतु के आगमन होती है तो किसी का अंतिम अवधि होती है. इसी तरह हमारे पृथ्वी में अनेक प्रकार के रितु का परिवर्तन होते रहता है.

शीत ऋतु दिसंबर के महीने में आती है और मार्च के प्रारंभिक दिनों में यह रितु चली जाती है और ग्रीष्म ऋतु का आगमन होता है. शीत ऋतु के आगमन से 3 महीना पूरा ठंड लगता  है जिसमें ठंड हवाएं चलती है वातावरण का तापमान कम होता है जिससे हमारा क्षेत्र ठंडा हो जाता है.

निष्कर्ष 

शीत ऋतु के महीने में हमें हरी हरी सब्जियों को खाने का अवसर मिलता है क्योंकि इस मौसम में तापमान कम होता है जिससे किसान कई प्रकार की हरी सब्जियों को बो कर इसका उत्पादन करते हैं.

निबंध – 4 (600 शब्द) 

प्रस्तावना 

शीत ऋतु अपने साथ बहुत सारे ठंड को लाती है और हमारा सारा क्षेत्र ठंडा कर देती है जिससे हमारे वातावरण में उपस्थित कुछ कर भी ठंड पड़ जाते हैं और हमारा वातावरण ठंडा हो जाता है. इन दिनों में धूप ज्यादा नहीं निकलती है तथा मौसम साफ रहता है जिससे प्राकृतिक दृश्य बहुत ही सौंदर्य दिखाई देती है. शीत ऋतु दीपावली पर्व के द्वारा आरंभ होती है और होली पर्व के बाद चली जाती है. दिसंबर और जनवरी में ठंड की लहर बहुत होती है जिससे सभी लोग ठंड से बहुत ही परेशान होते हैं.

शीत ऋतु का महत्त्व 

 शीत ऋतु का हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण महत्व है. सभी ऋतु में शीत ऋतु की अपनी अलग भूमिका होती है. शीत ऋतु के आने से किसान खुश हो जाते हैं क्योंकि शीत ऋतु के आगमन से तापमान में कमी आती है और इस तापमान की कमी के कारण फसलों को बहुत ही लाभ मिलता है इसलिए किसान शीत ऋतु के आने पर कई प्रकार के हरी सब्जियों को बोता है तथा अधिक मात्रा में फसल उपजा कर लाभ प्राप्त करता है.

शीत ऋतु आने से हमें अनेक प्रकार की हरी सब्जियों को खाने का अवसर मिलता है जैसे हरे पालक ,मूली ,करेला तथा झींगी इत्यादि. इन दिनों में हरी सब्जियों के साथ-साथ कई प्रकार के महत्वपूर्ण फलों का आनंद लेने को मिलता है जैसे कतारी ,संगम मूली ,गाजर ,इत्यादि. शरद ऋतु में धूप उतने अधिक नहीं होते हैं और कभी-कभी तो कोहरा से आसपास का क्षेत्र ढक जाता है. जब कभी धूप उगता है तो उस समय नए फूल खिलने लगते हैं और आसपास के वातावरण को सुगंधित कर देते हैं. शीत ऋतु आने से मौसम में काफी परिवर्तन आ जाता है लोगों को ठंड महसूस होने लगती है और प्राकृतिक सौंदर्य भी बढ़ जाता है.

प्रकृति की सुंदरता 

शीत ऋतु में प्रकृति की सुंदरता देखने योग्य होती है क्योंकि इस ऋतु में कड़ी धूप नहीं निकलती जिस वजह से हर पौधे हरे भरे होते हैं लेकिन हवाएं और बर्फ की बरसात से पेड़ पौधों को काफी नुकसान होता है. इस ऋतु में कभी-कभी ठंडी ठंडी हवाएं के साथ बारिश गिरती है जिससे मौसम और ज्यादा ठंडा हो जाता है.

शीत ऋतु में कड़ी धूप नहीं निकलने के कारण यह मौसम किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण मौसम माना जाता है क्योंकि इस मौसम में तापमान में कमी आती है जो फसल के लिए काफी अच्छी साबित होती है. इसलिए किसान इस मौसम में अनेक प्रकार के हरी सब्जियों का रोपण करते हैं जैसे बाजरा, फूल, गोभी, गाजर ,मूली ,पालक इत्यादि. इन सभी सब्जियों के साथ-साथ किसान अनेक प्रकार के फलों का भी रोपण करते हैं जैसे पपीता ,अमरूद, गन्ना, अनानास ,चुकंदर इत्यादि. इन सभी का रोपण शीत ऋतु में संभव हो पाता है इसलिए यह रितु फसलों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रितु मानी जाती है.

शरद ऋतु में किन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है 

इस पृथ्वी पर विभिन्न प्रकार के मौसम का आगमन होता है और हर मौसम अपने अपने विशेषताओं को प्रदर्शित कर चले जाते हैं. हर एक मौसम का हमारे जीवन में लाभ के साथ साथ हनी भी होता है, हर मौसम में हमें खुशियां मिलती है लेकिन खुशियों के साथ साथ कुछ हनिया भी हमें प्रदान होती है. ठीक उसी प्रकार शीत ऋतु हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण ऋतु है, इसके हमारे जीवन में बहुत ही लाभ हैं और उसके साथ-साथ कुछ हानियां भी है.

शरद ऋतु पडते हीपी हमारा वातावरण ठंडा पड़ जाता है हमारे आसपास के क्षेत्र में बहुत ज्यादा ठंड लगने लगता है. बहुत लोगों की प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है जो उन्हें ठंड से बचने के लिए ,इस मौसम में उन्हें जीने के लिए अनुकूलित बनाते हैं लेकिन कुछ व्यक्ति अत्यधिक ठंड को झेलने में असक्षम होते हैं इससे ठंड में कई लोगों की जानें भी चली जाती है.

दिसंबर और जनवरी में इतना अधिक ठंड बढ़ जाता है कि लोग स्वेटर शॉल उड़ने के बावजूद भी ठंड से नहीं बच पाते हैं. ठंड का मौसम गरीबों के लिए बहुत ही दर्दनाक साबित होता है क्योंकि गरीबों के पास ठंड से बचने के लिए गर्म ऊनी कपड़े नहीं होते हैं जिनसे वे अपने आप को ठंड से सुरक्षित नहीं रख पाते. अमीर लोग तो हर तरह के अच्छे क्वालिटी के ऊनी स्वेटर रोको खरीद कर पहनते हैं जिससे वह ठंड से बच जाते हैं लेकिन गरीब लोग इन अच्छी क्वालिटी की स्वेटर को खरीदने में असक्षम होते हैं इसलिए ठंड गरीब लोगों के लिए बहुत ही परेशानी का मौसम है.

ठंड के मौसम में जब गलियों और सड़कों में कोहरा छा जाता है जिससे आसपास की कई चीजें दिखाई नहीं देती इनसे कई तरह के दुर्घटना घट जाती है जिससे लोगों को बहुत ही हानि पहुंचती है. कभी-कभी ट्रेनों की रास्ता में कोहरा छाया हुआ रहता है कि उस जगह में कुछ दिखाई नहीं देता और ट्रेन आपस में टकरा जाती है जिससे बहुत बड़े बड़े हादसे हो जाते हैं. इसलिए ठंड के मौसम में हमें बहुत तरह की हानियां भी पहुंचती है जिससे हमें सतर्क रहना चाहिए.

शीत ऋतु पर मनाए जाने वाले त्योहार

शीत ऋतु सभी ऋतु में महत्वपूर्ण ऋतु मानी जाती है क्योंकि इस ऋतु में अनेक प्रकार के लाभ मिलते हैं जैसे पहाड़ियों में बर्फ से ढके क्षेत्रों को देखना, सड़कों में छाए कोहरे को देखना, अनेक प्रकार के फूलों और सब्जियों का आनंद लेना , इसके साथ-साथ सर्दी का मौसम हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि लोग अक्सर सर्दियों के मौसम में सुबह उठकर कसरत करना बहुत पसंद करते हैं जिससे उनका स्वास्थ्य बहुत ही अच्छा रहता है और उनकी पाचन शक्ति भी अधिक रहती है.

शीत ऋतु में अनेक प्रकार के त्योहारों को मना कर हम आनंद लेते हैं. जैसे मकर संक्रांति त्योहार हिंदुओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है जिसमें लोग पीले वस्त्र पहन कर विभिन्न प्रकार की रंग-बिरंगी पतंगों को उड़ा कर खेलते हैं और एक दूसरे के साथ अपनी खुशियों को बांटते हैं.

नया साल भी इसी ऋतु के अंतर्गत आने वाले त्यौहार है जिसे लोग अपने परिवार दोस्तों रिलेटिव्स के द्वारा खूब आनंद लेकर इस त्यौहार को मनाते हैं. इस ऋतु में क्रिसमस का त्यौहार भी मनाया जाता है जिसे लोग बड़ा दिन के नाम से जानते हैं, क्रिसमस त्योहार 25 दिसंबर को मनाया जाता है.

इन सभी त्योहारों को मनाने के साथ-साथ बसंत पंचमी गणतंत्र दिवस तथा रंग बिरंगी होली का त्यौहार मनाया जाता है जिसमें सभी परिवार दोस्त रिलेटेड एक दूसरे से खुशियां बांट कर तथा एक दूसरे को रंग बिरंगे रंगों से रंगते हैं और इस त्यौहार का आनंद उठाते हैं.

निष्कर्ष

शीत ऋतु हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण  ऋतु मानी जाती है क्योंकि इस ऋतु में हमें हरी-भरी फसलों का आनंद लेने के साथ-साथ अनेक प्रकार के महत्वपूर्ण त्योहारों को मनाने का अवसर मिलता है जिससे लोगों की जिंदगी में खुशियां आती है और वे सभी गमों को भूल कर इन त्योहारों में एक दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं.

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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