विज्ञान पर निबंध – Essay On Science In Hindi

प्राचीन काल से विभिन्न प्रकार के आविष्कार को देखकर यह विषय आज जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया, अब भला ऐसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वैज्ञानिक ज्ञान पर सवाल कैसे नहीं पूछी जाए. आज इसी से संबंधित कक्षा 6, 7, 8, 9 तथा 10 के लिए विज्ञान पर निबंध (Essay On Science For School Students) लेकर आए है.

बच्चों आज के समय में बिना विज्ञान जीवन की कल्पना भी कर पाना नामुमकिन है. हमारे दिनचर्या में प्रयोग किए जाने वाले वस्तु से लेकर यंत्र भी इस विषय की ही देन है.

विज्ञान पर छोटे एवं बड़े निबंध – Long & short Essay On Science For School Students

सही समझे आप, आज के लेख में हमने चार निबंध लिखा है, जो 250 शब्दों से लेकर 600 शब्दों में उल्लेख किया गया है. बच्चों आपको जितने भी शब्दों में निबंध की आवश्यकता है, उसे आप देख कर पढ़ सकते है.

निबंध – 1 ( 250 शब्द)

हमारा सबसे पहला निबंध 250 शब्दों में है, जो अक्सर आपकी परीक्षा में पांच अंक के लिए पूछे जाते है.

प्रस्तावना

क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे आस- पास मौजूद इतनी सुख-सुविधा आखिर किसकी मेहरबानी है? दिन- प्रतिदिन हम सब तरक्की की ओर बढ़ रहे है, पहले जहां एक गांव से दूसरे गांव जाने में भी सोचना पड़ता था. आज लोग चाँद पर भी घर बनाने की सोच रहे है, और यह सब विज्ञान का चमत्कार ही है. विज्ञान जहां एक ओर हमारी ज़िन्दगी को सुखमय बनाया है तो वहीं दूसरी तरफ कुकर्मियों ने इसकी मदद से तबाही भी मचाई है.

विज्ञान और हमारा रिश्ता

हमारा रिश्ता विज्ञान से हर काम में जुड़ा हुआ है,सुबह उठने से लेकर रात के सोने तक इसका ही सहारा रहता है. वैज्ञानिकों ने इस दावे को गलत साबित किया कि पृथ्वी वृत्ताकार है और बताया कि दरअसल हमारा ग्रह गोलाकार है और आठ ग्रह सूर्य के चारों ओर अपनी धुरी पर चक्कर लगाते है. लोगों की मिथ्या को दूर करने के अलावा इस विषय ने कई योगदान दिए है.

यह महिलाओंं के लिए वरदान रहा, जहां उन्हें लकड़ी के चूल्हे में आँख जलाने पड़ते थे, अब गैस से उन्हें बहुत आराम हुआ है. पुरखों को अपना संदेश दूसरी जगह भेजने के लिए कबूतर भेजना पड़ता था और वह कब वापस आएगा इसका कोई ठिकाना ना था. पर आज पल भर में एक देश से दूसरे देश में बातचीत का आदान- प्रदान हो जाता है. मनोरंजन के लिए अब किसी नाटक मंडली का इंतज़ार नहीं करना पड़ता, इंटरनेट हो तो सब संभव है. ऐसे ही विज्ञान अब जैसा एक खास सदस्य बन गया है.

निष्कर्ष

अगर यह संसार एक इंसान का शरीर है तो विज्ञान इसकी रीढ़ की हड्डी है, जिसके बिना खड़ा रह पाना असम्भव है. अब छोटे- छोटे बच्चों को भी इस विषय से अवगत कराया जाता है ताकि इस भाग- दौड़ वाली दुनिया में कोई पीछे ना रह जाए. विज्ञान है तो जीवन है, जीवन है तो संसार है.

निबंध- 2 (300 शब्द)

हाँ तो बच्चों, आपने एक निबंध देख लिया और अब बारी है दूसरे की जहां आपको थोड़ा और विस्तार देखने को मिलेगा.

प्रस्तावना

हमारे जीवन की सारी अभिलाषा विज्ञान से ही पूर्ण होती है, चाहे ठंड भरी सुबह में गीजर के गर्म पानी से नहाना हो या फिर रात में कोई सुकुन देनी वाली संगीत सुनना हो, सब आविष्कार का ही तो नतीजा है. इस प्रौद्योगिकी से ना सिर्फ समय की बचत होती है बल्कि हमारे लिए आरामदायक भी होता है.

विज्ञान और विद्यार्थी

आपने तो इस विषय की महत्व को काफी करीब से देखा होगा कि कैसे विज्ञान का अलग ही मान है. इतना ही नहीं इस विषय को लेकर पढ़ने वाले विद्यार्थियों का सम्मान भी उतना ही किया जाता है. जिस विज्ञान ने हमें अपने वजूद से अवगत कराया है, वह अकेला नहीं है. जैसे- जैसे आप बड़े होते जाओगे इसे और भी अधिक तथा करीब से जान पाओगे. विज्ञान को तीन भागों में विभाजित किया गया है, भौतिक, रसायन व जीव विज्ञान.

भौतिक में हमें मशीन का ज्ञान दिया जाता है और यह तार्किक पर निर्भर करता है, दूसरी तरफ रसायन में हमें दुनिया में मौजूद तत्वों की जानकारी मिलती है. इन्हीं रासायनिक पदार्थों से औषधि बनाई जाती है जो हमें स्वस्थ रखने के साथ सौदर्य बढ़ाने में भी मददगार साबित होती है. आखिर में आता है जीव विज्ञान, जिसके अन्तर्गत हमें मानव शरीर की संरचना को समझने में मदद मिलती है.

इसमें शरीर के कोशिकाओं का उल्लेख किया जाता है जिससे आगे चल कर किसी बीमारी से ग्रसित मरीज का इलाज किया जाता है. इन विषयों के साथ विद्यार्थी आने वाले कल में अपना भविष्य बनाते है. भौतिक के ज्ञान से नए उपकरण इत्यादि बनाए जाते है, रासायनिक रहस्यों ने हर प्रकार के रोग को दूर किया जाता है. और रही बात जीव विज्ञान की तो इस लेकर आगे पढ़ने वाले विद्यार्थी चिकिस्ता के छेत्र में कार्य करते है जो भगवान का दूसरा रूप होता है.

निष्कर्ष

विज्ञान से ही इंसानों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाता है, आज शायद ही कोई बीमारी होगी जिसका इलाज़ ना हो. जिसकी कल्पना भी हमने कभी ना कि हो, आज वह सब हो रहा है. मशीन की मदद से ज़मीन से लेकर आसमान तक को छुआ जा रहा और दो बूंद रासयानिक पदार्थ से जान बचायी जा रही.

निबंध-3 (400 शब्द)

अब धीरे- धीरे हम आज के लेख की तीसरी निबंध की तरफ बढ़ चुके है. तो देर किस बात की है, देखते है आज के शीर्षक को और भी गहराई से.

प्रस्तावना

आज के युग में विज्ञान सर्वोपरि है, इससे ना सिर्फ हमें आराम मिला है बल्कि अपने गुणों से कष्टों को हरा भी है. हमारा जीवन अब पूरी तरह विज्ञान पर निर्भर है, चाहे घर का कोई काम हो या फिर व्यापार में या नौकरी में, हर तरफ इस अनोखे विषय का ही बोलबाला है. इस कलयुग में असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है सिर्फ और सिर्फ प्रौद्योगिकी के आविष्कार से और जिंदगी सरल सी हो गई है.

विज्ञान के अनोखे देन

क्या आपने कभी इस ओर विचार भी किया होगा कि आपसे हज़ारों मीलों बैठे लोगों से एक ही जन्म में मुलाकात हो पाएगी. पर आज ना सिर्फ आप उनसे संपर्क कर सकते, इसके साथ ही चंद घंटो में आमने सामने आकर गले भी लगा सकते है.

आज जहां एक से एक बीमारी निकल रहा, तो इसका निदान भी विज्ञान से मिल रहा. अब तक कई गंभीर बीमारी जैसे- डेंगू, डिप्रेशन, कुष्ठ रोग, इत्यादि का सटीक इलाज़ भी खोज लिया गया है. छोटे बच्चों से लेकर बड़े बूढ़ो तक का जीवन आसान हो गया है, बच्चों की किताबें अब चंद मिनटों में छप जाती है और बुजुर्गो में जान डालने के लिए टॉनिक भी बाजारों में मिल जाती है.

विज्ञान के लाभ और हानि

इस विषय ने जितना आराम दिया है, उतना ही हमें आलसी भी बना दिया है. अगर देखा जाए तो विज्ञान के अनगिनत लाभ है जैसे- बिजली उपकरणों का निर्माण विज्ञान के ज्ञान से ही हुआ है. प्राचीन समय में लोग ढिबरी अथवा लालटेन से पढ़ते थे, अब बल्ब की रोशनी में सारा कार्य होता है.

ऑटोमोबाइल का बोलबाला भी हर जगह है, मीलों दूरी महीनों में पूरी होती थी, आज घंटों में दुनिया की सैर की जा सकती है. संचार साधनों ने तो जैसे सबको एक धागे में जोड़ के रख दिया है. मोबाइल, लैपटॉप, इंटरनेट के आविष्कार से आप घर बैठे बाहर की दुनिया से जुड़ सकते है. इसके कई नुकसान भी है, जैसे तकनीक की मदद से जानलेवा विस्फोटक तैयार किए जाते है, जिससे एक बड़ा इलाका बुरा तरह से प्रभावित होता है. सौंदर्य प्रसाधनों से कम उम्र की लड़कियों भी अपनी प्रकृति खूबसूरती को खो रही है. कहीं ज्यादा रासायनिक पदार्थों से ज़मीन अपनी गुणवता खो देती है.

निष्कर्ष

विज्ञान के लाभ तो सब जानते है पर किसी भी चीज़ का अत्याधिक इस्तेमाल नुकसान पहुंचाता है. एक तरफ तो विज्ञान ने हमारे दिनचर्या में ऐशोआराम भर दिया है, पर दूसरी तरफ इंसानों के अस्तित्व को खत्म भी करने का इंतजाम करके रखा है.

निबंध-4 (600 शब्द)

आज का आखिरी निबंध अभी बाकी है, यदि आपसे पंद्रह अंकों का सवाल पूछा जाता है तो आप इतने शब्दों में लिख सकते है. अभी ही और कोशिश करें अपने शब्दों में उसे अभ्यास कर ले.

प्रस्तावना

विज्ञान से मानव जीवन आसान हो गया है, इससे मनुष्य को एक दिशा मिली है और हाथ में तकनीक का औज़ार दिया है. एक छोटे से कार्य के लिए हम सब विज्ञान पर निर्भर हो गए है. विज्ञान के आगमन से हमें सुख तो मिला है ही साथ में समस्याओं का समाधान भी चुटकियों में प्राप्त होता है. प्राचीन समय से चले आ रहे अंधविश्वास को भी विज्ञान ने ही खत्म किया है. अब घंटो समय लेने वाले काम को भी मिनटों में पूरा किया जा सकता है.

विज्ञान और वैज्ञानिक

विज्ञान दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है किसी पदार्थ का विशेष ज्ञान. विज्ञान ने हमारे जीवन को अंधकार से उजियारे के ओर खींचा है और हर प्रकार की भौतिक सुख- सुविधा प्रदान की है. अब इंसान को शारीरिक परिश्रम नहीं करना पड़ता, यांत्रिक उपकरणों ने सब सरल कर दिया है. पर क्या सिर्फ विज्ञान से ही हमें यह सब मिला है? विज्ञान को हम तक लाने में वैज्ञानिकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. अपने कौशल और बुद्धि के बल पर उन्होंने हमें यह सारे चमत्कार दिखाए है. धरती से आसमान तक का सफर उनकी ही खोज से संभव हुआ है, घर बैठे अपना सारा कार्य सम्पन्न कर पाना भी उनकी ही देन है.

दिनचर्या में विज्ञान का महत्व

हालांकि हमें पता है कि विज्ञान के बिना जीवन की कल्पना कर पाना असंभव है. हमारे दैनिक जीवन में इसका उपयोग हम सब जानते है. जैसे-सुबह उठ कर अपने दांतों को साफ भी एक रासायनिक पदार्थ से किया जाता है, जहां पहले दातुन का उपयोग किया जाता था. कार्य करने हेतु बाहर जाने के लिए भी वाहन का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे समय की बचत होती है. यदि घर में खाना ना हो तो मोबाइल से ऑर्डर करके बना बनाया खाना घर में लाया जा सकता है. चिकित्सा में बड़े-बड़े खोज से हर बीमारी से लड़ने की ताकत मिली है. मेडिकल साइंस से शरीर के आंतरिक गतिविधि को देखा जा सकता है.

विज्ञान: वरदान या श्राप

आपको सिर्फ विज्ञान एक वरदान की तरह दिखता है, पर कहीं कहीं यह हमारे लिए अभिशाप भी बन जाता है. जिस प्रकार से एक नदी हमें पीने के लिए, खेती के लिए, कपड़े धोने हेतु या नहाने के लिए जल प्रदान करती है वह हमारे लिए एक वरदान है. पर जब इसी नदी में बाढ़ आती है, पूरे जगत के लिए जानलेवा हो सकता है. विज्ञान हमारे लिए वरदान निम्नलिखित कारणों से है-

आज हमारा जीवन उजाले से भरा हुआ है, प्राचीन समय में सूर्य के ढलते ही चारों ओर अंधेरा छा जाता था और लोग जल्दी सो जाते थे. अब हमें रात तक भी काम करने में दिक्कत नहीं होती क्यूँकि अब बिजली उपलब्ध है जो विज्ञान का एक अच्छा परिणाम है. पहले लोग मनोरंजन के लिए मेले, नाटक मंडली का इंतज़ार करते थे. वहीं अब घर में मौजूद टेलीविजन या मोबाइल से ही स्वयं को उत्साहित कर लेते है. विज्ञान से ही आज हमारा देश कृषि के छेत्र में इतना आगे बढ़ गया है. तरह- तरह के उपकरणों व रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से अब फसल की उपज काफी मात्रा में होने लगी है.

विज्ञान के बदौलत ही एक ग्रह से दूसरे ग्रह तक जाने का सफर तय हुआ है. वैज्ञानिक हर दिन, हर पल दूसरे ग्रह की गतिविधि धरती पर बैठ के देख सकते है. शिक्षा में भी विज्ञान का अहम भूमिका है, अब हज़ारों पन्ने की किताबें तुरंत छाप दी जाती है. बच्चों को ऑनलाइन क्लास से भी पढ़ाया जाता है और पढ़ने की सामग्री आसानी से इंटरनेट से मिल जाती है.

विज्ञान के प्रसार से नुकसान भी कई है, जैसे- मनुष्य दिन-प्रतिदिन हर कार्य के लिए विज्ञान के आविष्कार पर निर्भर होता जा रहा है. इस मशीनी दुनिया में लोग काम कम करते है और बीमार ज्यादा पड़ते है क्यूँकि शारीरिक मेहनत पूरी तरह खत्म हो रही है.

कल- कारखानों में बड़े- बड़े उपकरणों से धुवां और जहरीले गैस उत्पन्न होते है, जिसका प्रभाव वातावरण पर गलत तरीके से पड़ रहा. कई सारे विनाशकारी हथियार भी बनाए जा रहे है, जिनका दुरुपयोग निजी फायदों के लिए किया जाता है.

निष्कर्ष

हर सिक्के के दो पहलू होते है, यह तो हम सबको पता है. ठीक उसी प्रकार विज्ञान के भी फायदे है और नुकसान भी, इसका उपयोग करना चाहिए ना कि दुरुपयोग. हमारे समाज में कई ऐसे असामाजिक तत्व है जो तबाही की अग्रसर होते है, और उन्हें रोकने में भी विज्ञान ही मददगार साबित होता है.

अंतिम शब्द:-

मेरे प्यारे बच्चों, अब वक़्त हो चला है आपसे विदा लेने का, फिर मुलाकात होगी हमारे अगले पोस्ट में. आशा करती हूँ कि आपको आज का लेख, “विज्ञान पर निबंध” बहुत पसंद आया होगा. आप हमारे साथ यूँ ही जुड़े रहे और हर विषय पर आलेख पाते रहे. अगर आपको हमारा पोस्ट अच्छा लगता है, तो अभी ही इस साइट के न्यूज़लेटर को सब्सक्राइब कर दे.

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

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