DCA क्या है – What is DCA in Hindi?

DCA का फुल फॉर्म Diploma in Computer Application होता है और ये कंप्यूटर में कराया जाने वाला डिप्लोमा कोर्स है. इस कोर्स में कंप्यूटर एप्लीकेशन की पढाई कराई जाती है जिससे छात्र प्रोग्रामिंग, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के अलग अलग एप्लीकेशन के अलावा कई दूसरे सॉफ्टवेयर पर काम करना सीखते हैं.

अगर आप थोड़ा बहुत कंप्यूटर के बारे में जानते हैं तो DCA क्या है और इसकी फीस कितनी है (What is DCA in Hindi) के बारे में जरूर सुना होगा. आज का जमाना कंप्यूटर का है लगभग सारे काम इसी के द्वारा किए जा रहे हैं. जो कंप्यूटर चलाना नहीं जानता तो समझ लीजिए कि जमाने से बहुत पीछे चल रहा है.

यही वजह है आज मैंने सोचा कि आपको एक कंप्यूटर कोर्स के बारे में बताया जाए जोकि कंप्यूटर शिक्षा क्षेत्र में एक बेसिक कोर्स है. इसके अलावा हम जानेंगे की DCA का फुल फॉर्म क्या होता है और इस कोर्स को करने के क्या फायदे हैं. इस का सिलेबस क्या होता है क्या-क्या सिखाया जाता है इसके बारे में भी हम जानकारी देंगे.

ये संक्षेप में जान चुके हैं तो चलिए अब विस्तार से जानते हैं कि DCA क्या है इन हिंदी (What is DCA course in Hindi) और इस का सिलेबस क्या है.

DCA कोर्स की जानकारी हिंदी में

DCA kya hai hindi
DCA क्या है?

DCA एक कंप्यूटर कोर्स है जो डिप्लोमा कोर्स के अंतर्गत में आता है. जिन स्टूडेंट्स को कंप्यूटर फील्ड में रुचि होती है और इसी क्षेत्र में वह जाकर आगे जॉब करना चाहते और अपना करियर बनाना चाहते हैं तो फिर डीसीए कोर्स उनके लिए सबसे बेहतरीन ऑप्शन है.

ये 6 महीने से 1 साल का कंप्यूटर कोर्स होता है जिसे 10+2 या फिर ग्रेजुएशन के बाद में भी किया जा सकता है.

डीसीए एक मूल कंप्यूटर कोर्स जिसके अंतर्गत कई तरह के सॉफ्टवेयर की जानकारी दी जाती है जिससे एक नौसिखिया कंप्यूटर को ऑपरेट करने में माहिर बन जाता है.

कंप्यूटर से जुड़े सभी छोटे-मोटे समस्याओं को खुद ही हल भी कर सकता है. इसमें जो छात्र होते हैं उनको थ्योरी सिखाई जाती है साथ साथ कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर को चलाने की प्रैक्टिकल नॉलेज दी जाती है.

आजकल टेक्नोलॉजी के जमाने में पढ़ाई हम सभी के जीवन में बहुत मायने रखती है. स्टूडेंट 10+2  पास होने के बाद अपने Future को लेकर बहुत ज्यादा केयरफुल हो जाते और हर स्टूडेंट का सपना होगा कि वह एक अच्छी सी जॉब  करें.

वैसे तो आज हर इंसान के हाथ में मोबाइल है जिसे हम इस स्मार्टफोन के रूप में भी जानते हैं. इसमें जो ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल किया जाता है और जो इसमें फीचर्स दिए जाते हैं वह कंप्यूटर से मिलते जुलते ही होते हैं.

इसीलिए डॉक्यूमेंट से रिलेटेड बहुत सारे ऐसे सॉफ्टवेयर जो कंप्यूटर में इस्तेमाल किए जाते हैं उनका इस्तेमाल स्मार्टफोन में किया जा सकता है.

कंप्यूटर में कुछ डॉक्यूमेंट से जुड़े काम सभी को करने होते हैं जैसे कि रिज्यूमे बनाना होता है कैलकुलेशन करनी होती है, प्रिंट करना होता है, सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना होता है, इस तरह के कई तरह के काम होते हैं जिसके लिए इसकी मूल जानकारी होना बहुत ही जरूरी है.

DCA फुल फॉर्म क्या है – Full Form of DCA in Hindi

DCA का फुल फॉर्म:

 Diploma In Computer Applications

कंप्यूटर एप्लीकेशन में डिप्लोमा

भले आप किसी शॉपिंग मॉल में जाएं, बड़ी-बड़ी दुकानों में या फिर ऑफिस में जरूरत आपको वहां पर ऑपरेटर दिखाई देते होंगे तो कंप्यूटर को चलाते रहते हैं और इनको डेटाबेस तैयार करने के लिए रखा जाता है.

उन्होंने कंप्यूटर ऑपरेटरों को डिस के पीछे बैठने वाली स्कूल के लिए कंप्यूटर डेटाबेस का मैनेजमेंट करने सभी छात्रों की सूची, उनकी जानकारी, फेस की पेमेंट और छात्र से जुड़ी हर तरह की गतिविधियों को कंप्यूटर में दर्ज करने के लिए आवश्यकता होती है.

स्कूल में बहुत ही बड़ी डेटाबेस होती है जिसे मैनेज करना बहुत मुश्किल है इसीलिए एक स्किल कंप्यूटर ऑपरेटर की जरूरत होती है.
बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियों में भी बहुत सारे कर्मचारी काम करते हैं और उनके जानकारियों को भी मैनेज करने के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर रखा जाता है जो बैक डोर में काम करता है.

बैंक, स्कूल, कॉलेज, ऑफिस, कंपनी इत्यादि में काफी संख्या में कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है और उस में खराबी भी आती रहती है.

इसके लिए कंप्यूटर टेक्निशियन की जरूरत पड़ती है. इसी वजह से डीसीए की डिग्री बनाई गई है क्योंकि यह बहुत ही कम समय में कंप्यूटर से जुड़े बहुत सारे नॉलेज दे देता है.

डिप्लोमा करने के लिए योग्यता

जो छात्र कंप्यूटर एप्लीकेशन में डिप्लोमा करना चाहते हैं उन्हें किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से अपना हाई स्कूल यानी कि 10+2 पूरा क्या हुआ होना चाहिए. दसवीं कक्षा के बाद कंप्यूटर को अपने मेन या फिर ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुना है तो फिर उनके लिए यह बहुत फायदेमंद है.

इसके अलावा उम्मीदवारों के लिए कोई दूसरी एलिजिबिलिटी की जरूरत नहीं है. इसमें कोई मिनिमम कट ऑफ की जरूरत नहीं है जो भी पूरा कर चुके हैं वह इस डिग्री के लिए नामांकन कर सकते हैं.

DCA का सिलेबस

DCA कंप्यूटर कोर्समें पढ़ाये जाने वाले कुछ Topic की सूची नीचे दी गई है. वैसे  इस कोर्स में सबसे पहले तो आपको कंप्यूटर की Basic सिखाई जाती है. तो आइए जानते हैं की इस सूची में इस कोर्स के Topic क्या क्या है.

  • Introduction to Computers
  • Management Information Systems
  • Programming language database
  • Work processing and Spreadsheet
  • Software Engineering
  • System analysis and design
  • Principles of programming
  • Computer Graphics
  • Project management
  • Unix operating system
  • Financial accounting system
  • C++ Computer Language
  • Microsoft Office (MS Word, PowerPoint, MS Excel, Access)
  • Software Engineering

DCA कोर्स करने के बाद करियर

जब कोई छात्र आई डी सी ए का कोर्स कंप्लीट कर लेता है तो उसके पास कैरियर का बहुत अच्छा विकल्प उपलब्ध है. कंप्यूटर ऑपरेटर वह किसी भी कार्यालय में अलग अलग पदों में कई तरह के कामों को कर सकता है.

जैसे के अकाउंटेंट, डाटा मैनेज करने के लिए, रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं. DCA का कोर्स कर लेने के बाद में कौन-कौन से क्षेत्र हैं जहां पर करियर बनाया जा सकता है उसी के बारे में हम आगे बताने जा रहे हैं.

1. Networking & Internetworking field

बहुत सारे क्षेत्र ऐसे होते हैं जहां पर एक से अधिक कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है. कई सूरत में लोकल एरिया नेटवर्क LAN जाता है जिससे कि सभी कंप्यूटर को एक साथ जोड़ कर रखा जाता है.
बड़ी-बड़ी कंपनियां और बैंक अपने खुद का एक सर्वर रूम रखते हैं जिसे हम आईटी रूम के भी नाम से जानते हैं यहां पर कुछ नेटवर्क ऑपरेटर की जरूरत पड़ती है जो यह सारा काम कंट्रोल कर सके.

2. Database Development & Administration field

एक डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर एक्सप्रेस लाइव सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर होता है जो डाटा को सुरक्षित रखने के लिए सभी एक्टिविटी स्कोर करता है जिससे कि सुरक्षित डेटाबेस इन्वायरमेंट बना सके.

डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर का मुख्य काम डेटाबेस इंटीग्रिटी को बनाए रखना और डाटा को अनऑथराइज्ड एक्सेस से सुरक्षित रखना है.

एक डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर के पास डेटाबेस मैनेजमेंट की अच्छी खासी नॉलेज होती है और इसके लिए उन्हें SAP और SQL जैसे सॉफ्टवेयर में अच्छे अनुभव का होना जरूरी है.

3. Programming – Development tools, languages

हम कंप्यूटर में जो भी इस्तेमाल करते हैं वह सभी प्रोग्राम फिर है जिसे प्रोग्रामर लिखते हैं. प्रोग्राम लिखने के लिए अच्छी कोडिंग यानी की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का ज्ञान होना बहुत जरूरी है. बहुत सारी ऐसी कंपनियां है जो ऐसे प्रोग्रामर को हायर करती हैं जिन्हें प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का बहुत अच्छा ज्ञान होता है.

4. Technical writing

टेक्निकल राइटिंग एक ऐसे राइटिंग है जिसमें Author एक खास विषय पर लिखता है जिसमें डायरेक्शन, इंस्ट्रक्शन और एक्सप्लेनेशन की जरूरत होती है.

इस तरह के राइटिंग स्टाइल का इस्तेमाल अलग ही पर्पस के लिए किया जाता है और इसकी विशेषताएं भी अलग हैं क्योंकि इसमें कुछ नया किया जाता है क्रिएटिविटी का काफी महत्व है.

इस क्षेत्र में भी डीसीए का कोर्स किए हुए छात्रों को अच्छे कैरियर का अवसर मिलता है. क्योंकि उनकी स्किल बहुत अच्छी होती है और क्रिएटिविटी इन्हीं चीजों पर इस्तेमाल किया जाता है.

जो कंप्यूटर जुड़े कोर्स किए हुए रहते हैं और उनका कम्युनिकेशन बहुत अच्छा होता है तो फिर यह क्षेत्रों के लिए काफी अच्छा है. क्योंकि वह प्रोग्राम लिखने में माहिर होते हैं इसीलिए उनका कम्युनिकेशन भी अच्छा होता है और उनके इस टैलेंट का उपयोग टेक्निकल राइटिंग में किया जाता है.

5. Software design & engineering

आज हम और आप हर रोज कुछ ना कुछ नया देखते हैं चाहे स्मार्ट होना चाहे कंप्यूटर हर जगह नए नए सॉफ्टवेयर में मार्केट में आते हैं और इनका इस्तेमाल सभी लोगों द्वारा काफी तेजी से बढ़ता जाता है.

स्मार्ट फोन और लैपटॉप की संख्या भी काफी बढ़ती जा रही है जिससे इस्तेमाल की जाने वाले सॉफ्टवेयर नए-नए बनाए जा रहे हैं. इसके लिए सॉफ्टवेयर डेवलपर और आईटी फील्ड के इंजीनियर को हायर किया जाता है.

मोबाइल के लिए नए-नए एंड्राइड सॉफ्टवेयर जो मार्केट में आते जा रहे हैं इसीलिए इस फील्ड में कंप्यूटर की जानकारी रखने वाले लोगों की करियर की संभावनाएं बढ़ गई.

6. Graphic design and animation

ग्राफिक डिजाइनर लोगो, डिस्प्ले, वेबसाइट, पब्लिकेशन कैस्टर मानकर ग्राफिक डिजाइन करते हैं. कुछ ग्राफिक डिजाइनर तो ऐसे होते हैं जो फिल्म और टेलीविजन में अच्छी ग्राफिक डिजाइनिंग करके खूब नाम कमा रहे हैं. वे साउंड, कलर, फोटोग्राफी, सॉफ्टवेयर, और एनिमेशन में भी काम करते हैं यानी कि जिस तरह का उनको वीडियो सर के द्वारा काम किया जाता है वह काम करते हैं.

7. Web/E-commerce development

जब से इंटरनेट सस्ता हुआ है तब से इंटरनेट की उधर की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. हर तरह की जानकारी को लोग ऑनलाइन हासिल करना चाहते हैं.

लेकिन वहां से को देने वाले लोगों की संख्या उतनी नहीं है जानकारी आज भी है जो इंटरनेट पर नहीं रखी गई हो. इतने आजकल हर रोज कई नए ब्लॉगर अपना वेबसाइट बनवाते हैं.

कई कंपनियां वेबसाइट बनाने के लिए लोगों को सेवा दे पर इसके लिए वेब डेवलपर हायर करके उनसे यह काम करवाते हैं.

DCA की फीस कितनी है?

DCA कोर्स की सामान्य फीस 5000-15000 रूपये तक हो सकती है.

अलग अलग संस्थानों में इस कोर्स की फीस भी अलग होती है.

DCA कंप्यूटर कोर्स करने के बाद सैलरी

हर किसी की ख्वाहिश होती है कि वह अच्छे से अच्छा पढ़ाई करें और उसको अच्छी सैलरी मिलेगी. इसलिए जो लोग डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन का कोर्स करते हैं मैं उनको बता दो कि इस फील्ड में भी काफी अच्छी सैलरी मिलती है.

इस बात पर निर्भर करता है कि आप इस कोर्स को करने के बाद कितने ज्यादा skilled हैं. और आपको किस तरह की कंपनी में जॉब मिलता है.

कंपनी में अलग-अलग डेजिग्नेशन के अनुसार भी सैलरी अलग अलग ही दी जाए. तो चलिए देख लेते हैं कि इस कोर्स को करने के बाद में कौन से पद के लिए कितनी सैलरी मिल सकती है.

Job PositionJob DescriptionAnnual Salary
Computer Operatorएक कंप्यूटर ऑपरेटर कंप्यूटर का मॉनिटर और कंट्रोल करने का काम करता है. जिसमें कंप्यूटर से जुड़े सभी डाटा प्रोसेसिंग इक्विपमेंट को कंट्रोल करता है जिससे कि ऑपरेटिंग इंस्ट्रक्शन के अनुसार बिजनेस, साइंटिफिक और इंजीनियरिंग से जुड़े डाटा को प्रोसेस कर सके.
इसके अलावा कंप्यूटर में होने वाले error को मॉनिटर करना और ठीक करना उसी को होता है.
2-3 lacs
Accountantअकाउंटेंट व्यवसाय से जुड़े खातों में asset, liability, कैपिटल अकाउंट एंट्री को तैयार करता है.
वह खाता जानकारी का एनालाइजेशन कंपाइलेशन करता है और उसे अप टू डेट रखता है. इसके अलावा ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करता है और अपने सीनियर को कार्रवाई की सिफारिश करता है.
1-2 lacs
Software Developerसॉफ्टवेयर डेवलपर वह है जो सॉफ्टवेयर सिस्टम के डिजाइन, इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग, अपडेटिंग, और मेंटेनेंस का सबसे महत्वपूर्ण काम करता है. जो प्रोग्राम बनाए जाते हैं वह बिजनेस और ऑर्गेनाइजेशन एफिशिएंटली चलाने में मदद करते हैं और एक बेहतर सेवा प्रदान करते हैं.3-5 lac
C++ Developerकंप्यूटर प्रोग्रामिंग में घर घर बनाने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थी C++ डेवलपर बन सकते हैं. अपनी नौकरी डिजाइन तैयार करते हैं, coding लिखते हैं, कोट की टेस्टिंग करते हैं, debug करते हैं , सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन इंस्टॉल करते हैं. डेवलपर्स को यह कंफर्म करने के लिए किस सॉफ्टवेयर से ही काम कर रहा है कि नहीं कर रहा है इसके लिए दिन रात काम करना पड़ता है. फिर सॉफ्टवेयर को लिखने के लिए तीनों को तैयार किया जाता है जिससे कि काम को सही समय में पूरा किया जा सके.4-6 lacs
Web Designerवेबसाइट डिजाइनर वेबसाइट का आउटलुक, लेआउट, और features बनाते हैं. वेब डिजाइनर ग्राफिक डिजाइनिंग कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के पीछे का एक key होता है.4-5 lacs

संक्षेप में

कंप्यूटर के इस कोर्स को करने के कई फायदे हैं जब आप घर में कंप्यूटर खरीदते हैं तो इसे चलाने के लिए और साथ ही साथ इस से जुड़े कुछ टेक्निकल काम को करने के लिए भी आपको पोस्ट करना ही पड़ेगा.

डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन करने के बाद में आप कई तरह के काम घर बैठे ही कर सकते हैं. अब तो आप समझ ही गए होंगे कि डीसीए कंप्यूटर कोर्स क्या होता है और इस कोर्स करने से क्या फायदे हैं.

आज के पोस्ट में हमने आपको बताया कि डीसीए क्या है (What is DCA in Hindi) और इस कोर्स के बाद क्या करें. साथ ही अपने यह भी जाना कि इसका फुल फॉर्म क्या है. कंप्यूटर के क्षेत्र में इस कोर्स का क्या महत्व है यह आप समझ ही गए होंगे. आपने ये भी जाना कि इस कोर्स की सिलेबस क्या है, इसके अंदर कौन-कौन से पढ़ाए जाते हैं.

मैं उम्मीद करता हूं कि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी होगी. अगर यह पोस्ट सच में आपको हेल्प लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप में अधिक से अधिक शेयर करे.

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